एनएसएस वालंटियर्स एंड स्टूडेंट्स नीड टू बी चेंज मेकर इन सोसायटी: सुनित मुखर्जी
Girish Saini Reports

रोहतक। सामाजिक सरोकारों से जुड़कर तथा सामुदायिक-सामाजिक उत्थान के लिए कार्य करते हुए विद्यार्थी राष्ट्र निर्माण में प्रभावी योगदान दे सकते हैं। जरूरत है कि सामाजिक तथा राष्ट्रीय संकल्पबद्धता अपने मन में विद्यार्थी धारण करें। यह कहना है महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के सहायक प्रोफेसर तथा निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी का। सुनित मुखर्जी शुक्रवार को राष्ट्रीय एकता शिविर में एनएसएस स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवकों का योगदान विषय पर व्याख्यान दिया। अपने प्रेरणादायी भाषण में सुनित मुखर्जी ने सोशल एंटरप्रेन्योरशिप को समय की जरूरत बताया। उन्होंने ऑर्गन डोनेशन फाउंडेशन, आकांक्षा एनजीओ, गूंज एनजीओ, टीच फॉर इंडिया प्रोग्राम समेत अनेक सामाजिक-सामुदायिक पहल की जानकारी देते हुए विद्यार्थियों को प्रेरित किया। क्लाइमेट चेंज जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर ग्रेटा थनबर्ग का उदाहरण देते हुए सुनित मुखर्जी ने कहा कि एनएसएस वालंटियर्स एंड स्टूडेंट्स नीड टू बी चेंज मेकर इन सोसायटी। अपने प्रेरक उद्बोधन में उन्होंने अपने जीवन के अनुभव भी स्वयंसेवकों के साथ साझा करते हुए उन्हें नेत्रदान जैसे नेक कार्य के लिए प्रेरणा दी। इस दौरान सुनित मुखर्जी ने राधाकृष्णन सभागार में मौजूद प्राध्यापकों, विद्यार्थियों व स्वयंसेवकों को सड़क सुरक्षा अभियान के तहत यातायात नियमों का पालन करने की शपथ भी दिलवाई। राष्ट्रीय एकता शिविर में हवन यज्ञ कार्यक्रम का आयोजन मातूराम यज्ञशाला में किया गया। आर्य प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष राधाकृष्णन आर्य ने इस दौरान स्वयंसेवकों को चरित्र निर्माण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने जीवन में यज्ञ की महत्ता के बारे में भी बताया। हवन यज्ञ के बाद ब्रिगेडियर हरबीर सिंह ने राधाकृष्णन सभागार में विशेष व्याख्यान दिया। उन्होंने राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने की बात कही। अधिष्ठाता, छात्र कल्याण प्रो. राजकुमार ने अतिथि वक्ताओं को स्मृति चिह्न भेंट किए। युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के युवा सहायक देसराज ने एनएसएस लोगो, इसके उद्देश्यों तथा अवार्ड के बारे में जागरूक किया। दोपहर बाद के सत्र में डॉ. ज्योतिराज ने स्वयंसेवकों को उनके कर्तव्यों एवं दायित्वों की जानकारी दी।