कुंआ बगिया की अनूठी शादी बनी चर्चा का विषय

bacche bharti report

कुंआ बगिया की अनूठी शादी बनी चर्चा का विषय
कुंआ बगिया की अनूठी शादी बनी चर्चा का विषय

*बहराइच* *जिले के कैसरगंज क्षेत्र में हुई एक अनोखी शादी चर्चा में है शादी विवाह के अवसर पर भारतीय संस्कृति में कुंआ और बगिया की महत्ता से नई पीढ़ी को परिचित कराने के लिये 85 वर्षीय बुजुर्ग दादी की इच्छाओं को पूरा करने के लिये एक राठौर परिवार ने ना सिर्फ कुंआ और बगिया की शादी के कार्ड ही छपवाये गये बल्कि गांव व पास पड़ोस गांवों के सैकड़ो परिवारों को कार्ड देकर उन्हें निमन्त्रित किया गया साथ ही क्षेत्र के गणमान्य जनों व अधिकारियों को भी शादी के कार्ड दिये गये हल्दी ,मेंहदी,तेल पूजन हुआ बेंड बाजे के साथ बारात निकाली पण्डित जी भी बुलाय गये और द्ववारचार के बाद पूरे विधि विधान वैदिक मंत्रों और हवन पूजन के साथ विवाह संपन्न होने पर भोज कार्यक्रम भी हुआ* *जिले के कैसरगंज के ग्राम कड़सर बिटौरा में एक अनोखी शादी देखने को मिली। गांव में बगिया संग कुंआ का विवाह कराया गया। जिसमें गांव के बराती और घराती शामिल हुए। इतना ही नहीं गांव से बगिया की बारात चौपहिया वाहनो के काफिले के साथ कुंआ के लिए ले जाई गई। इस विवाह में युवक और युवती की जगह प्रतीकात्मक कुंआ और बगिया का विवाह कराया गया*। *कुंआ और बगिया की शादी के लिए गांव के राकेश सिंह और अखिलेश सिंह ने कार्ड छपवाया। इसके बाद इसे ग्रामीणों के बीच बांटा तथा गांव के लोगों को आमंत्रित किया। गांव के साथ पड़ोसी गांव के भी सैकड़ों लोग शामिल हुए*। *यह शादी भव्य तरीके से हुई कुंए को दूल्हा मानकर प्रतीक के तौर पर इंसानी शक्ल में लकड़ी के एक टुकड़े को दूल्हे जैसा सजाया गया उसपर सेहरा बांधा गया और उसे गोद मे बाकायदा उठा कर फूलों से सजे चार पहिया वाहन में बैठाया गया फिर दर्जनों गाड़ियों के साथ कुंऐ की बारात निकाली गई बारात के आगे आगे बैंड ढोल नगाड़ा और शहनाई की धुन पर बाराती नाचते हुवे चल रहे थे* *बारातियों में उप जिलाधिकारी कैसरगंज महेश कैथल, ब्लाक प्रमुख सन्दीप सिंह विसेन,डा0 अरविन्द सिंह, लवकुश सिंह,राकेश सिंह,अखिलेश सिंह, समेत दर्जनों ग्राम प्रधान व गणमान्य थे बारात के प्रतीकात्मक दुल्हन की तरह सजाई गई युवती बगिया के यहां पहुंचने पर गांव के सैकड़ो लोगों ने बारातियों का भव्य स्वागत किया जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित थी* *द्ववारचार के बाद बारातियों की मेहमान नवाजी हुई शानदार और नये नये वस्त्र धारण किये महिलायें और पुरुष घरातियों व बरातियों में लगभग 1500 सौ लोग सम्मलित थे* *इस दौरान महिलाओं ने मंगल गीत गाये फिर गांव के मन्दिर के पास ही बने मंडप में विवाह का कार्यक्रम संपन्न हुआ। दूसरे दिन विदाई कार्यक्रम की रस्म भी पूरे विधि विधान से हुई और जलपान ग्रहण कर दूल्हे कुंए के साथ आय बाराती दुल्हन बगिया को विदा करा कर उसे अपने साथ उसकी ससुराल ले गये*। *पोते ने की दादी की इच्छा पूरी* *कार्यक्रम के आयोजक अखिलेश सिंह ने बताया कि वयोवृद्ध 85 वर्ष की दादी किशोरी देवी पत्नी देवी बक्श सिंह के मन में कुंआ और बगिया के विवाह की बात उठी। किशोरी देवी ने बताया गांव में कुंआ और बगिया पूजन हमारे संस्कृति में है। 13 मार्च सोमवार को पहले दोनों का विवाह कराया गया। इसके बाद भोज कराया गया। दूसरे दिन विदाई हुई अब किसी भी युवक और युवती की शादी पर कुंआ घूमने के साथ बगिया में तेल पूजन के समय मिर्चुआ की पूजा की जा सकती है। कुल मिलाकर इस अनूठी शादी व बारात की चहुंओर चर्चा हो रही है*