एलआईसी की ये नई पॉलिसी दे सकती है लाखों का फायदा

आज के समय में लोग अपने आज से ज्यादा अपने भविष्य की चिंता करते हैं, और ये सही भी है। इसके लिए लोग अपनी कमाई में से कुछ बचत करते हैं। लोग आज के होने वाले खर्चों में से कुछ पैसे बचाते भी हैं। बस अंतर ये है कि कोई इन पैसों को अपने बैंक खाते में जमा करके रखता है, तो कोई इन्हें अलग-अलग तरह की स्कीम में निवेश करता है ताकि उन्हें अच्छा रिटर्न मिल सके। लेकिन लोग आज के समय में निवेश करने से इसलिए भी डरते हैं क्योंकि ऐसा करने से कई बार नुकसान भी उठाना पड़ता है। ऐसे में लोग उन स्कीम में निवेश करने का प्लान बनाते हैं, जहां से उन्हें कम से कम रिस्त के बेहतर रिटर्न मिल सके। अगर आप भी ऐसा ही कुछ सोच रहे हैं, तो चलिए हम आपको भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलाआईसी की एक नई लॉन्च हुई पॉलिसी के बारे में बताते हैं जिसमें आप निवेश भी कर सकते हैं।

दरअसल, बीते शुक्रवार को भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलाआईसी ने एक पॉलिसी लॉन्च की, जिसका नाम 'बीमा रत्ना' रखा गया है। इस बारे में कंपनी ने बीएसई को जानकारी दी, जिसमें बताया गया कि ये पॉलिसी एक नॉन-लिंक्ड, नॉन-पार्टिसिपेटिंग इंडिविजुअल, सेविंग्स लाइफ इंश्योरेंस प्लान है। जैसा कि ये एक एक लिमिटेड प्रीमियम, गारंटीड एडीशन, मनी बैक इश्योरेंस पॉलिसी है। दरअसल, इसका मतलब हुआ कि आपको इसमें कम समय तक प्रीमियम देना होगा। इसके अलावा आपको इसमें बोनस गारंटी के साथ मिलेगा। किसी भी पॉलिसी या स्कीम में निवेश करते समय ये बात सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली होती है कि उसमें जोखिम कितना है। लेकिन बात अगर इस बीमा रत्ना पॉलिसी की करें, तो ये शेयर बाजार से जुड़ा हुआ नहीं है। ऐसे में इसमें निवेश करने में कोई जोखिम नजर नहीं आता है। ये पॉलिसी 15, 20 और 25 साल के समय के साथ उपलब्ध है। ऐसे में आप कोई भी टर्म चुन सकते हैं। जहां 15 साल का टर्म लेने पर 11 साल, तो 20 साल के टर्म पर 16 साल और 25 साल का टर्म लेने पर सिर्फ 21 साल तक ही प्रीमियम देना होगा। इसमें निवेश करने के लिए आपकी न्यूनतम उम्र 90 दिन और अधिकतम 55 साल है। इसमें सम एश्योर्ड 5 लाख का है यानी आपको कम से कम इतने का बीमा तो कराना होगा। जबकि अधिकतम सम एश्योर्ड की कोई सीमा नहीं है। बात जब भी किसी एलआईसी पॉलिसी की आती है, तो हर एक पॉलिसी के अपने फायदे होते हैं। लेकिन लोग सबसे ज्यादा इसलिए एलसाईसी की पॉलिसी में निवेश करते हैं, क्योंकि इसे एक सुरक्षित निवेश माना जाता है। यहां रिस्क की संभावना भी न के बराबर होती है।