निशुल्क शिविर में जांचा 190 मरीजों का स्वास्थ्य
जरूरतमंदों को बांटी मुफ्त दवाईयां गिरीश सैनी
रोहतक। सुखपुरा स्थित सैनी चौपाल में रविवार को आयुसी हैल्थकेयर के सौजन्य से निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने मधुमेह, पथरी, घुटने, जोड़ों, कंधे व कमर के दर्द के अलावा सर्वाइकल पीड़ितों व स्त्री रोग के लगभग 190 मरीजों की जांच की। शिविर आयोजक प्रदीप सैनी ने बताया कि इस शिविर में भगत फूल सिंह मेडिकल कॉलेज, खानपुर कलां से डॉ. ए.पी. नायक, बाबा मस्तनाथ आयुर्वेदिक कॉलेज से स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिता यादव, पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ. अमित कुमार, फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. मनोज सैनी तथा डॉ. शैफाली ने मरीजों की जांच की और परामर्श दिया। इस शिविर में जरूरतमंद मरीजों को आयुसी हैल्थकेयर के एमडी व सैनी शिक्षण संस्थाओं के कार्यकारिणी सदस्य डॉ. राजेश सैनी तथा आयुसी हैल्थकेयर की निदेशक श्रीमती आशा सैनी की ओर से निशुल्क आयुर्वेदिक दवाईयां भी वितरित की गई। आयुसी हैल्थकेयर के प्रबंधक गौरव सैनी ने बताया कि मधुमेह, पथरी, लीवर, घुटने, जोड़ों, कंधे व कमर के दर्द के अलावा सर्वाइकल पीड़ितों, खांसी, स्त्री रोग, त्वचा रोग, एलर्जी व इम्यूनिटी बढ़ाने की दवाईयां बांटी गई। इस मौके पर डॉ. राजेश सैनी ने कहा कि दवा खरीदने में असमर्थ गरीब मरीज भविष्य में भी निशुल्क दवाईयां लेने के लिए उनसे संपर्क कर सकते हैं। आयुसी हैल्थकेयर की ओर से डॉ. राजेश सैनी तथा श्रीमती आशा सैनी ने सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों को फूलों का गुलदस्ता और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस शिविर के संचालन में गौरव सैनी, फार्मासिस्ट राजबीर, फार्मासिस्ट अनीता सैनी और मुकेश कपूर ने विशेष सहयोग दिया। इस अवसर पर सैनी शिक्षण संस्थाओं के प्रधान धर्म सिंह, वेदवती सैनी, बुधराम, गिरीश सैनी, दीपक सैनी, प्रदीप सैनी, प्रशांत, वरूण सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। बाबा मस्तनाथ आयुर्वेदिक कॉलेज से पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ. अमित कुमार ने कोल्ड ड्रिंक को बढ़ते अस्थि रोगों का बड़ा कारण बताया। उन्होंने बताया कि जोड़ों, कंधे व कमर के दर्द का मुख्य कारण हमारा पोस्चर ठीक न होना और समुचित पोषक भोजन न करना है। वहीं भगत फूल सिंह मेडिकल कॉलेज, खानपुर कलां से डॉ. ए.पी. नायक ने नियमित व्यायाम करने के साथ ही तला हुआ और मसालेदार भोजन से बचने की सलाह दी। बाबा मस्तनाथ आयुर्वेदिक कॉलेज से स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिता यादव ने बताया कि महिलाओं में कुपोषण के अलावा रक्त की कमी और स्वच्छता का अभाव देखने को मिलता है। इससे बचने के लिए उचित खानपान के साथ भोजन में प्रचुर मात्रा में फल व हरी सब्जियां खानी चाहिए। डॉ. मनोज सैनी ने मोबाईल के अत्याधिक इस्तेमाल को कंधों व गरदन में अकड़न की प्रमुख वजह बताया। उन्होंने लैपटॉप और मोबाईल के प्रयोग के दौरान थोड़े थोड़े अंतराल पर आंखों व गरदन को आराम देने का सुझाव दिया।