समाज-राष्ट्र में जन-जन में खुशियों का संचार जरूरीः न्यायमूर्ति सूर्यकांत
Girish Saini Reports

रोहतक। भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने शनिवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में हैप्पीट्यूड लैबोट्री (मनोल्लास प्रयोगशाला) का उद्घाटन किया। मदवि के फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर भवन में इस अनूठी प्रयोगशाला का उद्घाटन पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय वशिष्ठ, हरकेश मनूजा, राजेश भारद्वाज, एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. नवरतन शर्मा, कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा सहित अन्य गणमान्य जन की उपस्थिति में किया गया। न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने इस हैप्पीट्यूड लैबोट्री को एक बेहतरीन पहल करार दिया। उन्होंने कहा कि समाज-राष्ट्र में जन-जन में खुशियों का संचार जरूरी है। एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि पूरे विवि समुदाय के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए इस हैप्पीट्यूड लैबोट्री की स्थापना का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में खुशनुमा माहौल का सृजन करने का समग्र प्रयास किया जा रहा है। डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. नवरतन शर्मा ने इस हैप्पीट्यूड लैबोट्री की अवधारणा तथा इसके विशिष्ट पहलुओं की जानकारी दी। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति सूर्य कांत ने इससे पूर्व - ड्रा ए हैप्पी पर्सन कंटेस्ट के नौ प्रतिभागियों को खुशियों के नवरत्न पुरस्कार से सम्मानित किया। मुख्य अतिथि, कुलपति व अन्य गणमान्य जन ने इस मौके पर खुशियों के गुब्बारे हवा में छोड़े। स्माइली वाले इन गुब्बारों से खुशियों का संदेश संचारित किया गया। इस अवसर पर न्यायमूर्ति सूर्यकांत की पत्नी सविता, एमडीयू की प्रथम महिला डॉ. शरणजीत कौर, कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा, डीन सीडीसी प्रो. ए.एस. मान सहित अन्य अधिकारी, विवि प्राध्यापक, शोधार्थी व विद्यार्थी मौजूद रहे। मनोविज्ञान विभाग की प्राध्यापिका प्रो. अंजलि मलिक तथा प्रो. दीप्ति हुड्डा ने कार्यक्रम का संचालन किया। इससे पहले न्यायमूर्ति सूर्य कांत ने हवन कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने मदवि के विवेकानंद पुस्तकालय का अवलोकन भी किया। एमडीयू के विधि विभाग के पूर्व विद्यार्थी न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने यज्ञशाला में यज्ञ में आहुति दी। तदुपरांत, उन्होंने विवेकानंद पुस्तकालय की विजिट कर उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। लाइब्रेरियन डॉ. सतीश मलिक ने पुस्तकालय के बारे में जानकारी दी। इस दौरान एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय वशिष्ठ, हरिकेश मनूजा, राजेश भारद्वाज सहित अन्य न्यायिक अधिकारी, कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा, विवि अधिकारी साथ रहे।