बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित किए जाने की ज़रूरत: उपायुक्त डा. यशपाल

रोहतक। जीवन के हर पहलू में विज्ञान है। आज जरूरत है कि बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित की जाए और विज्ञान के प्रति उनकी रूचि बढ़ाई जाए। यह उद्गार जिला उपायुक्त डा. यशपाल ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय साइंस कान्क्लेव 2023 के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए। उपायुक्त डा. यशपाल ने एमडीयू को इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम विद्यार्थियों के विज्ञान के प्रति आकर्षण को बढ़ाते हैं। डा. यशपाल ने इस दो दिवसीय साइंस कान्क्लेव में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया तथा उपस्थित विद्यार्थियों को विज्ञान के क्षेत्र में मानव कल्याण के लिए शोध करने के लिए प्रेरित किया। कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने समापन समारोह में बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर शिरकत की। प्रो. तनेजा ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा कि हर बच्चा स्वाभाविक तौर पर वैज्ञानिक होता है। उन्होंने कहा कि बच्चों में नई चीजों को जानने की उत्सुकता होती है। उन्होंने विद्यार्थियों को विज्ञान के क्षेत्र में आगे आने के लिए मोटीवेट किया। डीन, एकेडमिक एफेयर्स प्रो. सुरेन्द्र कुमार ने अध्यक्षीय भाषण में जीवन में विज्ञान की महत्ता को रेखांकित किया। शोध निदेशक एवं इस सांइस कान्क्लेव के समन्वयक प्रो. अनिल के छिल्लर ने समापन समारोह में स्वागत भाषण दिया तथा इस दो दिवसीय कार्यक्रम में आयोजित गतिविधियों का ब्यौरा दिया। उन्होंने बताया कि प्रतिष्ठित वैज्ञानिक एवं शिक्षाविदों- पीडीएम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. अशोक के. बक्शी, जेएनयू के प्रो. दीपक शर्मा, एनसीडब्लूईबी, नई दिल्ली की प्रो. गीता भट्ट, एमेटी यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो. पीबी शर्मा, आईआईएससी, बैंगलोर के प्रो. विक्रम कुमार तथा बीसीआईएल, नई दिल्ली की प्रो. विभा आहूजा ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और विद्यार्थियों को विज्ञान के प्रति मोटीवेट किया। प्रो. छिल्लर ने बताया कि इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने विज्ञान प्रदर्शनी में भी भाग लिया और अपनी वैज्ञानिक सोच एवं प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में 35 से ज्यादा विद्यालयों ने भाग लिया तथा लगभग 1500 विद्यार्थी शामिल हुए। विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम के बारे में अपना फीडबैक भी दिया। डा. रीतू पसरीजा ने आभार जताया। इस मौके पर एमडीयू के विभिन्न संकायों के डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, शोधार्थी, संबद्ध महाविद्यालयों एवं आस-पास के विद्यालयों के विद्यार्थी एवं शिक्षक मौजूद रहे।