प्रतिस्पर्धात्मक परिदृश्य में कौशल से जुड़ना विद्यार्थियों के लिए समय की जरूरतः डॉ. सीता राम व्यास

Girish Saini Reports

प्रतिस्पर्धात्मक परिदृश्य में कौशल से जुड़ना विद्यार्थियों के लिए समय की जरूरतः डॉ. सीता राम व्यास

रोहतक। सशक्त, आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा करने में कौशल-युक्त विद्यार्थियों की विशेष भूमिका होगी। आज स्वामी विवेकानंद के जीवन एवं दर्शन से प्रेरणा लेकर युवा वर्ग को स्किल्ड इंडिया का मिशन पूरा करने के लिए आगे आना होगा। यह आह्वान मदवि के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने वीरवार को विवेकानंद पुस्तकालय में करियर काउंसलिंग एवं प्लेसमेंट सेल (सीसीपीसी) के तत्वावधान में आयोजित गूगल करियर सर्टिफिकेट स्कॉलरशिप प्रोग्राम का शुभारंभ करते हुए किया। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि वैश्विक रोजगार परिदृश्य के दृष्टिगत टेक्नोलॉजी इनेबल्ड स्किल्स की जरूरत विद्यार्थियों को है। ऐसे में एमडीयू सीसीपीसी का पांच नवाचारी प्रोग्राम शुरू करने की पहल सराहनीय है। कुलपति ने विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए स्किल्ड बनने का परामर्श दिया। इस मौके पर प्रतिष्ठित शिक्षाविद डॉ. सीता राम व्यास ने कहा कि आज के प्रतिस्पर्धात्मक परिदृश्य में कौशल से जुड़ना विद्यार्थियों के लिए समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने युवा वर्ग को विज्ञान से जुड़ने का मंत्र दिया था। आज जरूरत है कि विद्यार्थी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के जरिए रोजगार योग्य बनें तथा राष्ट्र निर्माण में योगदान दें। सीसीपीसी निदेशक प्रो. सुमित गिल ने बताया कि टाटा स्ट्राइव के सहयोग से विश्वविद्यालय का करियर काउंसलिंग एवं प्लेसमेंट सेल पांच गूगल सर्टिफिकेट प्रोग्राम- आईटी इंफोर्मेशन, यू एक्स डिजाइन, आईटी सपोर्ट, डिजीटल मार्केटिंग तथा डाटा एनालिटिक्स प्रारंभ कर रहा है। उन्होंने कहा कि ये पाठ्यक्रम मदवि के शैक्षणिक विभागों के फाइनल सेमेस्टर के विद्यार्थी स्किल आधारित सर्टिफिकेट प्रोग्राम कर पाएंगे। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने इस मौके पर इन नवाचारी सर्टिफिकेट प्रोग्राम्स का पोस्टर लोकार्पित किया। निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने इस कार्यक्रम का संचालन किया। इस दौरान डॉ. सीता राम व्यास, कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. नवरतन शर्मा, डीन सीडीसी प्रो. ए.एस. मान, लाइब्रेरियन डॉ. सतीश मलिक, प्रो. रणदीप सिंह राणा, निदेशक सीसीपीसी प्रो. सुमित गिल, मडूटा प्रधान डॉ. विकास सिवाच, सीसीपीसी उप निदेशक डॉ. सौरभ कांत तथा डॉ. सुखविंदर देवड़ा, डॉ. गोपाल, डॉ. सुंदर सिंह तंवर, पीआरओ पंकज नैन आदि मौजूद रहे।