प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी को दबिश दे रही पुलिस की अलग-अलग टीमें, अबतक 27 जेल में

अग्निपथ योजना के विरोध में वाराणसी कैंट स्टेशन सहित रोडवेज पर तोड़फोड़ आगजनी के मामले में प्रदर्शनकारियों को पुलिस चिह्नित कर रही है।

प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी को दबिश दे रही पुलिस की अलग-अलग टीमें, अबतक 27 जेल में

कैंट, सिगरा, जैतपुरा में दर्ज मुकदमों में पुलिस की अलग-अलग टीमें प्रदर्शनकारियों के घरों और संबंधित जिलों के पुलिस से संपर्क कर रही हैं।घौसाबाद और लक्षीपुरा स्थित पूर्व छात्र नेता के ठिकानों पर पुलिस ने मंगलवार को भी दबिश दी। उसके परिजनों और करीबियों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।वीडियो और सीसीटीवी फुटेज को आरपीएफ व जीआरपी खंगाल रही है। जैतपुरा, कैंट और सिगरा थाने की पुलिस ने कुल 27 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया। सभी जिला जेल में बंद है। आरोपियों से पूछताछ में कई नाम और उजागर हुए, जो बवाल में शामिल थे। एडीसीपी वरुणा जोन प्रबल प्रताप सिंह के अनुसार उपद्रव मामले में वांछित राहुल राज की गिरफ्तारी को लेकर टीमें दबिश दे रही हैं। अलीगढ़ के घांघौली निवासी विपिन के इस प्रकरण में एसएसपी कलानिधि नैथानी के निर्देश पर विवेचना टीम ने जांच पड़ताल के बाद क्लीन चिट दी। टप्पल पुलिस की तफ्तीश में सामने आया कि विपिन नाम के दो युवक गांव से नामजद हैं। चूंकि यह नाम ग्रामीणों से बातचीत के आधार पर निकाले गए थे। कुछ ग्रामीणों ने आपसी रंजिश में ये नाम लिखवा दिया था। अग्निपथ के विरोध को लेकर टप्पल में हुए बवाल के बाद पुलिस ने कईयों को नामजद किया है। उसमें ही विपिन को नामजद कर दिया गया, जबकि विपिन मई से ही बीएचयू के ब्रोचा हॉस्टल में है। घर पर पुलिस की दबिश के बाद छात्र विपिन को इसकी जानकारी हुई और तब चीफ प्रॉक्टर प्रो. अभिमन्यु सिंह ने इस प्रकरण से एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह को अवगत कराते हुए अलीगढ़ पुलिस से भी वार्ता की। इसके बाद पुलिस ने सत्यता जानने के बाद विपिन का नाम मुकदमे से हटाया।