दुबई में शराब पर घटा टैक्स, लेकिन क्यों?
palak sharma report

दुबई में शराब पर 30 फ़ीसदी म्यूनिसपैलिटी टैक्स ख़त्म कर दिया गया है. इसके अलावा पर्सनल शराब को लाइसेंस फ़्री कर दिया गया है. यह एक जनवरी से लागू हो गया है. समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, दुबई के शाही परिवार ने लंबे समय से चले आ रहे राजस्व के अहम स्रोत को ख़त्म कर दिया है. इसे दुबई में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिहाज़ से अहम क़दम माना जा रहा है.दुबई के अख़बार ख़लीज टाइम्स ने लिखा है, ''एक जनवरी 2023 से पर्सनल शराब ख़रीदने के लिए लाइसेंस की ज़रूरत नहीं पड़ेगी. शराब ख़रीदने के लिए यूएई की वैध आईडी या पर्यटकों के लिए पासपोर्ट की ज़रूरत पड़ेगी.अखबार के मुताबिक, "यूएई में शराब पीने के लिए उम्र कम से कम 21 साल होनी चाहिए. शराब केवल अपने घर और लाइसेंस दिए गए सार्वजनिक जगहों पर ही पी जा सकती iI दुबई प्रशासन के इस फ़ैसले पर मैरीटाइम एंड मर्सेंटाइल इंटरनेशनल (एमएमआई) एंड एमिरैट्स लेज़र रीटेल के ग्रुप सीईओ टिरोन रेड ने कहा है, ''दुबई सरकार की शराब पर से 30 फ़ीसदी की म्यूनिसपैलिटी टैक्स हटाने की घोषणा के बाद हमें यह बताते हुए ख़ुशी हो रही है कि दुबई में एमएमआई के सभी 21 स्टोर पर यह एक जनवरी से लागू हो गया है.'' समाचार एजेंसी एपी ने लिखा है कि नए साल पर अचानक यह घोषणा दुबई के दो सरकार समर्थित अल्कोहल रिटेलर्स ने की है. हालांकि इस तरह की घोषणाएं सरकारी आदेश से होती हैं. एपी के अनुसार, सरकार के अधिकारियों ने इस फ़ैसले की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है और न ही उसके सवालों का जवाब दिया है. लेकिन दुबई में शराब से जुड़े नियम वक़्त के साथ उदार बनाए गए हैं. दुबई में शराब अब रमज़ान में भी मिलती है और कोरोना महामारी के दौरान होम डिलिवरी भी की जा रही थी. दुबई में शराब बेचने को लेकर लंबे समय से ऊहापोह की स्थिति रही थी. यूएई में दुबई में सबसे ज़्यादा पर्यटक आते हैं. क़तर में फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप के दौरान दुबई के बार फ़ुटबॉल के प्रशंसकों के लिए आकर्षण के केंद्र रहे थे. अभी तक स्पष्ट नहीं है कि शराब की क़ीमत पर इसका तत्काल असर क्या पड़ेगा या फिर जो रिटेलर्स से ख़रीदेंगे उस पर क्या असर पड़ेगा. अल्कोहल वितरक मैरीटाइम एंड मर्सैंटाइल इंटरनेशलल ने कहा है, ''कारोबार के मामले में यूएई का रुख़ हमेशा से संवेदनशील और समावेशी रहा है. हालिया रेग्युलेशन से दुबई और यूएई में हम शराब की सुरक्षित और ज़िम्मेदार ख़रीदारी सुनिश्चित करेंगे.'' एमएमआई ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया है कि क्या यह फ़ैसला स्थायी है. हालाँकि एमएमआई ने एक विज्ञापन जारी किया है, जिसमें ग्राहकों से अनुरोध किया गया है कि अब आपको किसी दूसरे अमीरात में लंबी ड्राइव कर जाने की ज़रूरत नहीं है. दुबई के लोग उम अल-क़ुवैन और अन्य अमीरात में टैक्स फ्री शराब के लिए लंबी ड्राइव कर जाते रहे हैं. अफ़्रीकन एंड ईस्टर्न यूएई का दूसरा अल्कोहल रिटेलर है. उसने भी म्यूनिसपैलिटी टैक्स फ्री और लाइसेंस फ्री शराब बेचने की घोषणा की है. दुबई के क़ानून के मुताबिक़ ग़ैर-मुस्लिम व्यक्ति के लिए शराब पीने की उम्र 21 या उससे ज़्यादा होनी चाहिए. शराब पीने वालों को दुबई पुलिस एक प्लास्टिक कार्ड देती है. यह कार्ड शराब ख़रीदने, ले जाने और पीने का परमिट होता है. इस कार्ड के बिना शराब ख़रीदने और पीने पर जेल तक हो जाती है. हालांकि बार, नाइटक्लब में शायद ही कार्ड मांगा जाता है. संयुक्त अरब अमीरात वास्तव में सात राज्यों दुबई, अबू धाबी, शारजाह, उम्मुल क्वैन, रास-अल-ख़ैमा, अजमान और अल फ़ुजैरा का एक संघ है जिसकी राजधानी अबू धाबी है. हालांकि, जब भी संयुक्त अरब अमीरात की बात होती है तो सबसे पहले दिमाग़ में दुबई का ही नाम आता है. इसलिए संयुक्त अरब अमीरात की बात असल में दुबई की बात है. हालांकि अबू धाबी, शारजाह, रास-अल-ख़ैमा और दूसरे राज्यों का भी एक अपना स्थान है, लेकिन दुबई बस दुबई है. इन राज्यों को 1 दिसंबर, 1971 को ब्रिटेन से स्वतंत्रता मिली थी और अगले ही दिन, यानी 2 दिसंबर को छह राज्यों ने एक संघीय गठबंधन बना लिया था. सातवां राज्य, रास-अल-ख़ैमा, 10 फ़रवरी, 1972 को गठबंधन में उस समय शामिल हुआ जब ईरानी नौसेना ने होर्मुज जल मार्ग के कुछ जगहों पर अपना दावा करते हुए कब्ज़ा कर लिया. रास-अल-ख़ैमा और शारजाह भी इन क्षेत्रों पर अपना दावा करते थे. इस तरह इन दोनों राज्यों के गठबंधन में शामिल होने के साथ-साथ, ईरान के साथ क्षेत्रीय विवाद भी उसके हिस्से में आया जो आज भी जारी है.