समाज में महिलाओं की भागीदारी निश्चित रूप से बढ़ रही हैः कुलपति प्रो. दिनेश कुमार
Girish Saini Reports
गुरूग्राम। गुरुग्राम विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग द्वारा सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को समर्पित एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया की एडवोकेट राखी बुद्धिराजा, दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रो. (डॉ.) वागेश्वर, एमडीयू, रोहतक की प्रो. रश्मि मलिक एवं वरिष्ठ पत्रकार दीपिका नारायण भारद्वाज ने शिरकत की। कार्यक्रम में मुख्य संरक्षक के रूप में गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन व मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ किया गया। अपने संबोधन में मुख्य वक्ता सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया की एडवोकेट राखी बुद्धिराजा ने कहा कि महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। उन्होंने छात्राओं को शिक्षा के माध्यम से जागरूक रहने तथा सशक्त होने की बात कहते हुए कहा कि शिक्षित होकर स्वयं जागरूक रह कर महिलाएं समाज को आगे बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने कहा की महिलाएं देश की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती है और देश के विकास में भी बराबर की भागीदार हैं। अपने वक्तव्य में दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रो. (डॉ.) वागेश्वर ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के साथ-साथ महिलाओं की सुरक्षा और उनका सम्मान आज बहुत जरूरी है। महिलाओं की सहभागिता सभी क्षेत्रों में केवल गुणात्मक ही न रहे, बल्कि संख्यात्मक रूप से भी बढ़े। जिसके लिए महिलाओं द्वारा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से किए गए कार्यों की पहचान कर उन्हें सम्मान देना आवश्यक है। वहीं, वरिष्ठ पत्रकार दीपिका नारायण भारद्वाज ने महिलाओं के अधिकारों के बारे में छात्राओं को विस्तार से जानकारी दी । कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन महिलाओं को सशक्त व स्वावलंबी बनाते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं की भागीदारी निश्चित रूप से बढ़ रही है, किंतु अभी भी बहुत कुछ प्राप्त करना शेष है। उन्होंने इस एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के सफल आयोजन के लिए विभाग को शुभकामनाएं व बधाई दी। मुख्य वक्ताओं को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर जीयू के अधिकारी, प्राध्यापक, कर्मी व विद्यार्थी मौजूद रहे।