माता सावित्री बाई फुले के जीवन से प्रेरणा लेकर आपसी भाईचारे को बनाएं मजबूतः एडवोकेट मुकेश सैनी
Girish Saini Reports

हिसार। माता सावित्री बाई फुले सोशल वेलफेयर सोसायटी द्वारा शांति नगर स्थित हनुमान मंदिर पार्क में ज्ञान की ज्योति जलाने वाली देश की प्रथम महिला शिक्षक माता सावित्री बाई फुले की 192वीं जयंती मनाई गई। सोसायटी के अध्यक्ष एडवोकेट मुकेश सैनी ने कहा कि माता सावित्री बाई फुले ने नारी जाति के उत्थान में अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। सती प्रथा, विधवा विवाह, छुआछूत जैसी सामाजिक कुरीतियों की उन्होंने पुरजोर खिलाफत की। उन्होंने उपस्थित जनमानस से माता सावित्री बाई फुले के जीवन से प्रेरणा लेकर उनके बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि समाज से भेदभाव को दूर कर आपसी भाईचारे को बढ़ावा देना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। एडवोकेट सैनी ने माता सावित्री बाई फुले के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जन्म 3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के नयागांव, खंडाला, जिला सतारा में हुआ। सामाजिक क्रांति के अग्रदूत ज्योतिराव फुले से विवाह उपरांत 1841 में उन्होंने अपनी शिक्षा शुरू की। 1848 में लड़कियों के लिए देश का पहला स्कूल महाराष्ट्र के पुणे के भिंडेवाडा में खोला। बाद में 10 मार्च 1897 को प्लेग के मरीजों की सेवा करते हुए उनका निधन हो गया। एडवोकेट मुकेश सैनी ने कहा कि फुले दंपति के इस क्रांतिकारी कार्य में मुस्लिम महिला फातिमा शेख ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। फातिमा 19वीं सदी की पहली मुस्लिम अध्यापिका हैं। संजय शर्मा ने कहा कि महिलाओं के उत्थान एवं समाजहित में माता सावित्री बाई फुले के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। कार्यक्रम के प्रारंभ में माता सावित्री बाई फुले के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। इस मौके पर मधु नागपाल, सुशीला देवी, कमला देवी, संतोष देवी, राजकुमार ढींगरा, वीरेंद्र शर्मा, दीपक गर्ग, मंजीत सैनी, रामलाल, ईश्वर सिंह श्योराण, जगदीश मदान, शांति नगर पार्क समिति प्रधान अमित धमीजा, रमेश सैनी, सैनी न्याय संघर्ष समिति के प्रधान महेंद्र सैनी लाकड़, जेजेपी युवा अध्यक्ष गौरव सैनी, राम कुमार दहिया, रवि सैनी जमालपुरिया, शीतला माता मंदिर प्रधान मोनू सैनी, अभय राम कटारिया, प्रदीप कटारिया, सोनू बाबा, संजय शर्मा, फकीर चंद शर्मा, मनीष शर्मा, अनिल बालान सहित काफी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।