यूपी चुनाव में बड़ी हार के बाद जयंत चौधरी का बड़ा फैसला
अनंत भूषण त्रिपाठी
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में में करारी हार के बाद रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने बड़ा फैसला लिया है। जयंत चौधरी ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के हार के बाद एक निर्देश जारी करते हुए रालोद यूपी के प्रदेश, क्षेत्रीय, जिला व सभी फ्रंटल संगठनों को भंग कर दिया है।
पार्टी अध्यक्ष का ये निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू हुआ है। बता दें, राष्ट्रीय लोकदल ने राज्य में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था। लेकिन पार्टी को इसका कोई खास फायदा नहीं हुआ और उसे करारी हार का सामना करना पड़ा।
रालोद ने 33 सीटों पर लड़ा चुनाव, 8 सीटों पर मिली जीत
यूपी विधानसभा चुनाव में रालोद का समाजवादी पार्टी से गठबंधन रहा। इसमें रालोद 33 सीटों पर चुनाव लड़ी और इनमें से 8 सीटों पर ही राष्ट्रीय लोकदल को जीत मिली। रालोद ने मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत और हाथरस में जीत दर्ज की है। बागपत के छपरौली से अजय कुमार, शामली के शामली सदर से प्रसन्न चौधरी और थाना भवन से अशरफ अली जीते हैं। अशरफ अली ने कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा को हराया है। मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना से राजपाल बालियान, पुरकाजी से अनिल कुमार और मीरापुर से चंदन चौहान ने जीत दर्ज की है। हाथरस के सादाबाद से प्रदीप कुमार गुड्डू ने कद्दावर नेता रामवीर उपाध्याय को हराया। बसपा में लंंबे समय तक रहे रामवीर इस बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े। मेरठ के सिवालखास से राष्ट्रीय लोकदल के गुलाम मोहम्मद विधायक निर्वाचित हुए हैं।
लखनऊ में आयोजित बैठक में शामिल होंगे जयंत चौधरी
रालोद ने जयंत चौधरी के निर्देश पर राष्ट्रीय लोकदल यूपी के प्रदेश, क्षेत्रीय और जिला व सभी फ्रंटल संगठन तत्काल प्रभाव से भंग कर दिए हैं। रालोद के मीडिया प्रभारी दीपक राठी के मुताबिक, 21 मार्च को लखनऊ में राष्ट्रीय लोकदल की एक बैठक का आयोजन किया गया है। इस बैठक में रालोद प्रमुख जयंत चौधरी भी शामिल होंगे। बैठक में निर्वाचित होने वाले सभी विधायक भी शामिल रहेंगे।