स्वामी दयानंद सरस्वती ने भारत के सोए हुए स्वाभिमान को जगायाः मुख्यमंत्री मनोहर लाल
Girish Saini Reports

रोहतक। महर्षि दयानंद सरस्वती के जीवन एवं दर्शन तथा उनके अमूल्य योगदान का स्मरण करते हुए तथा राष्ट्र के नव-निर्माण में स्वामी दयानंद सरस्वती के चिंतन एवं दर्शन को लेकर कार्य करने का संकल्प बुधवार को एमडीयू में आयोजित महर्षि दयानंद जयंती समारोह में लिया गया। महर्षि दयानंद सरस्वती की जयंती के द्वि शताब्दी के अवसर पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में युवा भारत-युवा बोध अभियान की शुरुआत का शंखनाद किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कार्यक्रम में सात प्रण की शपथ दिलवाई। युवा भारत-युवा बोध अभियान संबंधित पत्रक (विवरणिका) का विमोचन इस अवसर पर किया गया। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने संबोधन में कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती ने भारत के सोए हुए स्वाभिमान को जगाया। आज जरूरत है कि सामाजिक परिवर्तन के संवाहक महर्षि दयानंद सरस्वती के विचारों से प्रेरणा लेकर युवा वर्ग नव जागरण का संकल्प लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती की शिक्षा से प्रेरणा लेकर समाज-प्रदेश-राष्ट्र में सामाजिक बुराईयों एवं भ्रष्टाचार तथा अन्य कुरीतियों के खिलाफ जन-आंदोलन प्रारंभ किए जाने की जरूरत है। इस संबंध में विद्यार्थियों तथा युवा वर्ग की महत्त्वपूर्ण भूमिका है, ऐसा मुख्यमंत्री का कहना था। मुख्यमंत्री ने बताया कि किस प्रकार हरियाणा राज्य में स्वामी दयानंद के दर्शन को जीवंत करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने उपस्थित जन को विकसित भारत का, गुलामी के अहसास से मुक्ति का, अपनी विरासत पर गर्व का, अपने कर्तव्य के प्रति जागरूकता का, एकता और एकजुटता का, नशे से दूरी का तथा पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिलवाया। महर्षि दयानंद जयंती समारोह की अध्यक्षता करते हुए गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने महान समाज सुधारक स्वामी दयानंद सरस्वती के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि स्वराज्य, स्वदेश, स्वभाषा तथा स्वतंत्र भारत का आह्वान स्वामी दयानंद ने किया था। बेटियों की शिक्षा के लिए स्वामी दयानंद ने सामाजिक अलख जगाई थी। आचार्य देवव्रत ने कहा कि आज स्वामी दयानंद सरस्वती के दर्शन एवं शिक्षा का पुनर्जीवित कर व्यापक सामाजिक जन आंदोलन प्रारंभ करने की जरूरत है। इस संदर्भ में आर्य समाज की महत्त्वपूर्ण भूमिका होगी। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह तथा समस्त एमडीयू परिवार का स्वामी दयानंद के वैचारिक दर्शन की जागरूकता को लेकर प्रयासों के लिए आचार्य देवव्रत की सराहना की। रोहतक लोकसभा सांसद डॉ. अरविन्द शर्मा तथा हरियाणा के पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने कार्यक्रम में संबोधन किया। डॉ. अरविन्द शर्मा तथा पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने स्वामी दयानंद सरस्वती की शिक्षा को आत्मसात करते हुए उनके दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। सुबह एमडीयू यज्ञशाला में हवन का आयोजन किया गया। पद्मश्री डॉ. सुकामा इस यज्ञ कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रही। टैगोर सभागार में आयोजित महर्षि दयानंद जयंती समारोह में आर्य प्रतिनिधि सभा, हरियाणा के अध्यक्ष राधाकृष्ण आर्य, स्वामी आदित्यवेश, स्वामी नित्यानंद, भाजपा संगठन मंत्री रविन्द्र राजू, शिक्षाविद् डॉ. सीता राम व्यास, पद्मश्री डॉ. सुकामा, भाजपा जिलाध्यक्ष अजय बंसल, आर्य समाज के प्रतिनिधि, एमडीयू की प्रथम महिला डॉ. शरणजीत कौर, रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा, संकाय डीन, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, शोधार्थी, विद्यार्थी, वाईआरसी तथा एनएसएस वालंटियर्स, एनसीसी कैडेट्स, गैर शिक्षक कर्मी, संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं प्राध्यापक, रोहतक के प्रबुद्ध नागरिक, विश्वविद्यालय समुदाय के सदस्यगण शामिल हुए।