शिक्षा और कौशल विकास से सामाजिक एवं आर्थिक प्रगति का रास्ता प्रशस्त किए जाने की जरूरतः सुनित मुखर्जी
Girish Saini Reports

रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर डिसेबिलिटी स्टडीज (सीडीएस) में बुधवार को विश्व सामाजिक न्याय दिवस को समर्पित कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सीडीएस निदेशक प्रो. राधेश्याम ने बताया कि एमडीयू के निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ रिहैबिलिटेशन ट्रेनिंग एंड रिसर्च के निदेशक डॉ. ए.डी. पासवान कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने कहा कि समतामूलक समाज, समावेशी समाज के निर्माण के लिए सामूहिक प्रयास किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षा सशक्तिकरण की कुंजी है। जरूरत है कि शिक्षा और कौशल विकास से सामाजिक एवं आर्थिक प्रगति का रास्ता प्रशस्त किया जाए। सुनित मुखर्जी ने कहा कि सामाजिक संवेदनशीलता विकसित किए जाने की आवश्यकता है। विशिष्ट अतिथि प्रो. ए.डी. पासवान ने कहा कि सामाजिक न्याय समय की जरूरत है। प्रत्येक व्यक्ति को सामाजिक अन्याय के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रो. राधेश्याम ने स्वागत भाषण दिया तथा विश्व सामाजिक न्याय दिवस की पृष्ठभूमि प्रस्तुत की। इस कार्यक्रम के तहत सीडीएस के विद्यार्थियों ने विश्व सामाजिक न्याय दिवस के संदेश को मुखरित करते हुए पोस्टर बनाए तथा नारे लिखे। सीडीएस कर्मी रामनाथ, नितेश, रणदीप नैन, गोपाल नारायण द्विवेदी, सुमित ने आयोजन सहयोग दिया।