गुड फूड सेफ्टी एंड हाइजीन प्रैक्टिस पर हुई कार्यशाला, प्राचार्यों को दी मिड डे मील की गुणवत्ता बढ़ाने की जानकारी।

रोहतक। तिलयार स्थित राज्य होटल प्रबंधन संस्थान में शनिवार को गुड फूड सेफ्टी एंड हाइजीन प्रैक्टिस पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। गिरीश सैनी Report

गुड फूड सेफ्टी एंड हाइजीन प्रैक्टिस पर हुई कार्यशाला, प्राचार्यों को दी मिड डे मील की गुणवत्ता बढ़ाने की जानकारी।
गुड फूड सेफ्टी एंड हाइजीन प्रैक्टिस पर हुई कार्यशाला, प्राचार्यों को दी मिड डे मील की गुणवत्ता बढ़ाने की जानकारी।

इस कार्यशाला में जिले के 25 सरकारी स्कूलों के प्राचार्यों ने भाग लिया। एसआईएचएम के प्रवक्ता विकास देशवाल ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य स्कूलों में खाने की गुणवत्ता को बरकरार रखना था। विभागाध्यक्ष संजीव कुमार डे ने कार्यशाला में मिड डे मील की गुणवत्ता को बढ़ाए जाने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने खाना बनाने के दौरान साफ सफाई की अहमियत के बारे में भी प्रतिभागियों को बताया। कार्यशाला में भाग ले रहे प्राचार्यों ने अपने अपने कार्यक्षेत्र में इसे लागू करने की बात कही। रा.व.मा.वि. टिटौली की प्राचार्य आरती ने संस्थान के शोर्ट टर्म कोर्सेज को छात्रों के अलावा आमजन के लिए भी लाभदायक बताया। रा.व.मा.वि. सुंदरपुर का प्राचार्य अंजना ने संस्थान की साफ सफाई और खाद्य सामग्री के रख रखाव को बेहतरीन बताया। रा.व.मा.वि. सांपला की प्राचार्य सुमन हुड्डा ने कार्यशाला में दी गई खाने के भंडारण संबंधी जानकारी को उपयोगी बताया। वहीं प्राचार्य अनिता ने स्वच्छता को लेकर दी गई जानकारी को सराहा। सभी प्रतिभागी प्राचार्यों को एसआईएचएम का भ्रमण करवाकर संस्थान की कार्यप्रणाली तथा भंडारण, स्वच्छता आदि से अवगत कराया गया। इस मौके पर संजीव कुमार डे, विकास देशवाल, मुनीश, मिनाक्षी, संदीप, रवि, सौरभ, मनमोहन सिंह आदि मौजूद रहे। एसआईएचएम के प्रवक्ता विकास देशवाल ने बताया कि फार्म टूरिज्म को बढ़ावा देने की राज्य सरकार व पर्यटन विभाग की नीति के तहत संस्थान में होम स्टे प्रशिक्षण लेने के बाद ग्रामीण अंचल के लोग भी इस क्षेत्र में स्वरोजगार आरंभ कर सकते हैं। इसके अलावा स्वरोजगार आधारित कुकिंग, बेकिंग और सत्कार संबंधी विभिन्न शोर्ट टर्म कोर्स भी कराए जाते हैं। एसआईएचएम में होटल व ढ़ाबों के स्टाफ के लिए 6 दिवसीय सर्टिफिकेशन कोर्स भी उपलब्ध है। भविष्य में रेहड़ी विक्रेताओं में हाइजीन स्तर सुधारने के लिए भी सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए जाने की योजना है। इन कोर्सेज में व्यवहारिक प्रशिक्षण पर जोर दिया जाता है ताकि प्रतिभागी पूरा लाभ उठा कर आत्मनिर्भर बन पाएं। इसके अलावा कनाडा और स्विट्जरलैंड के नामी होटल प्रबंधन संस्थानों के साथ एक एमओयू के अंतर्गत संस्थान में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों को विदेश में कोर्स करने के साथ ही रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।