वाराणसी में एक मंच पर सपा गठबंधन के नेता

न्यूज़ डेस्क रिपोर्ट

वाराणसी में एक मंच पर सपा गठबंधन के नेता
वाराणसी में एक मंच पर सपा गठबंधन के नेता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को कार्यकर्ता सम्मेलन किया। इस सम्मेलन में सपा गठबंधन के सभी दलों के नेता जुटे। मंच पर समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेताओं के साथ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर, अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल, राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया जयंत चौधरी, प्रगतिशील समाज पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव, महान दल के मुखिया केशव देव मौर्य के साथ ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी पहुंचीं।

अखिलेश यादव के साथ चाचा शिवपाल सिंह यादव, प्रो. राम गोपाल सिंह एक मंच पर दिखाई दिए। 


अखिलेश के आने से पहले ही शिवपाल का भाषण हो गया

वाराणसी में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में शिवपाल सिंह यादव सबसे पहले बोलने वाले नेताओं में थे। जिस वक्त शिवपाल को मंच पर बुलाया गया, उस वक्त अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, जयंत चौधरी समेत कोई बड़ा नेता मौजूद नहीं था। शिवपाल के बाद इंद्रजीत सरोज, सपा के किरणमय नंद, सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर, रालोद मुखिया जयंत चौधरी को भाषण देने के लिए बुलाया गया।

शिवपाल सिंह यादव ने क्या कहा?
शिवपाल ने कहा, 'भाजपा को इस प्रदेश से हटना है। इसलिए अखिलेश के नेतृत्व में गठबंधन बना है। प्रदेश की जनता ने तय कर लिया है कि 2022 में अखिलेश को मुख्यमंत्री बनना है। जब अखिलेश मुख्यमंत्री बनेंगे तो फिर यूपी का विकास भी होगा। जिन्होंने पांच साल पहले झूठे वादे किए थे उनका सफाया भी होगा। जब अखिलेश प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब यहां का विकास हुआ था। जब मैं यूपी के दौरे पर निकला था, तब आपने हमसे एक ही मांग की थी कि चाचा-भतीजे एक हो जाओ, तभी यूपी से भाजपा की सरकार हट सकती है। आपकी बात मानकर हम और अखिलेश एक हो गए हैं। अब आपको निर्णय लेना है। दस मार्च को इस प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी का सफाया आपको करना है। ये आपके वोट से होगा। अब आपकी जिम्मेदारी है भाजपा का सफाया करने की।'

प्रो. राम गोपाल क्या बोले?

सपा के महासचिव और अखिलेश यादव के दूसरे चाचा प्रो. राम गोपाल भी सम्मेलन में पहुंचे। यहां उन्होंने कहा, 'प्रदेश के युवाओं की हर मांग पूरी की जाएगी। शिक्षा मित्रों, यूपीटीईटी, संविदा कर्मियों के साथ किए गए सारे वादों को पूरा किया जाएगा। आशा बहनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय को बढ़ाया जाएगा। भाजपा वालों ने पश्चिम बंगाल में भी बड़े-बड़े दावे किए थे। ममता जी ने उन सभी को ध्वस्त कर दिया। भाजपा हर चरण में बुरी तरह से हार रही है। यहां के लोग भले कहेंगे कि वह कमल के साथ हैं, लेकिन जब वोट डालने जाएंगे तब गठबंधन के प्रत्याशियों के चिन्ह पर ही मतदान करेंगे।

अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगाए
प्रो. राम गोपाल जब मंच पर भाषण दे रहे थे तभी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंच पर पहुंचीं। इसके बाद प्रो. राम गोपाल ने मंच से ही अखिलेश यादव और ममता बनर्जी के जिंदाबाद के नारे लगवाने शुरू कर दिए। करीब दो मिनट तक प्रो. राम गोपाल अपने भतीजे अखिलेश के लिए नारे लगवाते रहे।

सबसे अखिर में लिया शिवपाल का नाम
अखिलेश यादव जब भाषण देने पहुंचे तो उन्होंने एक-एक करके मंच पर मौजूद सभी नेताओं का नाम लिया। उन्होंने सबसे पहले ममता बनर्जी फिर जया बच्चन, प्रो. राम गोपाल यादव, ओम प्रकाश राजभर, केशव देव मौर्या, संजय चौहान, प्रेम चंद्र प्रजापति, राम सागर बिंद, कृष्णा पटेल और किरणमय नंदा का नाम लिया। अखिलेश ने सबसे आखिर में शिवपाल यादव का जिक्र किया।