छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने के उद्देश्य से विज्ञान ज्योति कार्यक्रम संचालितः उपायुक्त डॉ. यशपाल

Girish Saini Reports

छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने के उद्देश्य से विज्ञान ज्योति कार्यक्रम संचालितः उपायुक्त डॉ. यशपाल

रोहतक। उपायुक्त डॉ. यशपाल ने बताया कि जिला के गांव घुसकानी स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में विज्ञान ज्योति कार्यक्रम के तहत लड़कियों को विज्ञान में रुचि लेने और कैरियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की एक नई पहल है। जो तीसरे चरण में देशभर के 200 जिलों में नवोदय विद्यालय समिति के सहयोग से सफलता पूर्वक चल रहा है। नवोदय विद्यालय के अलावा गांव सांघी स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं को भी विज्ञान ज्योति कार्यक्रम के लिए नामांकित किया गया है। डॉ. यशपाल ने बताया कि कार्यक्रम का लक्ष्य विशेष रूप से कक्षा 9 से 12 तक की मेधावी छात्राओं के लिए स्कूल स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान शुरू करना है। ताकि उन्हें एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी एवं गणित) पाठ्यक्रमों में अर्हता प्राप्त करने एवं आगे बढ़ाने के लिए सशक्त बनाया जा सके। विशेष रूप से जिन क्षेत्रों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व कम है। लड़कियों के लिए शुरू किए गए इस कार्यक्रम में छात्राओं का हौसला बढ़ाने के उद्देश्य एवं उनमें विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए सी-स्टेम साइंस किट दी जाती है। उपायुक्त डॉ. यशपाल ने बताया कि कार्यक्रम के तहत कक्षा 12वीं की छात्राओं को एक वर्ष के लिए एक हजार रुपये प्रति महीना स्कोलरशिप भी दी जाती है। इन्हें जेईई एवं नीट की तैयारी के लिए एलन कोटा की पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध करवाई जाती है। समय-समय पर विशेषज्ञों द्वारा विशेष विषयों पर लेक्चर व करियर परामर्श भी दिया जाता है। छात्राओं का साइंस लैब, मेडिकल कॉलेज, साइंस म्यूजियम, आईटी का भी भ्रमण कराया जाता है। प्राचार्य राजेश गुप्ता ने बताया कि पीजीटी भौतिक विज्ञान समन्वयक विज्ञान ज्योति कार्यक्रम के तहत सोनीया श्रेय के नेतृत्व में विशेष प्रयास किए जा रहे है। साइंस कैंप, अटल टिंकरिंग लैब कार्यशाला, हैंड्स- ऑन साइंस वर्कशॉप, फन-मैथ वर्कशॉप, फन-साइंस प्रयोग, दिन प्रतिदिन की दिनचर्या में गणित, प्रख्यात वैज्ञानिकों द्वारा परिचर्चा, भविष्य कौशल पर आधारित वर्कशॉप, साइबर सिक्योरिटी कार्यशाला आदि गतिविधियां करवाई गई है। छात्राओं को निशुल्क पुस्तकें भी प्रदान की गई है।