जीयू में दो दिवसीय साइंस कॉन्क्लेव और एग्रो- टेक एक्सपो संपन्न।

Girish Saini Reports

जीयू में दो दिवसीय साइंस कॉन्क्लेव और एग्रो- टेक एक्सपो संपन्न।

गुरुग्राम। विद्यार्थियों के बीच रचनात्मकता, नवाचार प्रौद्योगिकी और वैज्ञानिक सोच की संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सीएसआईआर,नई दिल्ली और डीएसटी, हरियाणा के सहयोग से गुरुग्राम विवि परिसर में आयोजित दो दिवसीय साइंस कॉन्क्लेव और एग्रो- टेक एक्सपो-2023 वीरवार को पुरस्कार वितरण के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि स्टार्टअप ओडिशा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. ओंकार राय, विशिष्ट अतिथि सीसीआरयूएम, आयुष मंत्रालय के महानिदेशक प्रो. आसिम अली खान, सम्मानित अतिथि निदेशक, सीएसआईआर प्रो रंजना अग्रवाल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरुग्राम विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने की। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई। इस दौरान विद्यार्थियों और युवा प्रतिभागियों के लिए एक विशेष कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। जिसमें आत्मनिर्भर भारत विषय पर विज्ञान मॉडलों की प्रदर्शनी, साइंस कार्टून शो, सौर मंडल की सैर शो, कठपुतली प्रदर्शन और आलू की कहानी शो शामिल रहा। इस आयोजन में विद्यार्थियों के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से साइंस कॉन्क्लेव और एग्रो- टेक एक्सपो में प्रत्यक्ष रूप से जुड़े प्रतिभागियों की सहभागिता रही। बतौर मुख्य अतिथि स्टार्टअप ओडिशा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. ओंकार राय ने अपने संबोधन में भारतीय संस्कृति एवं ग्रामीण भारत के वैभवशाली इतिहास को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास एवं आजीविका के अवसर सृजन के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रही है। जिसके माध्यम से एक भारत, श्रेष्ठ भारत का निर्माण किया जा सके। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का रास्ता कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था से होकर जाता है। इसलिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रसार की दिशा में जीयू द्वारा आयोजित दो दिवसीय साइंस कॉन्क्लेव और एग्रो- टेक एक्सपो एक सराहनीय कदम है। उन्होंने आधुनिक प्रौद्योगिकी को देश के सभी किसानों तक पहुंचने पर जोर दिया। विशिष्ट अतिथि प्रो आसिम अली खान ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से किसान और आम लोगों के जीवन में क्रांति और बदलाव लाया जा सकता है। निदेशक, सीएसआईआर प्रो रंजना अग्रवाल ने कहा कि नई टेक्नोलॉजी से नए भारत का निर्माण करेंगे। जीयू की ओर से सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर जीयू के वरिष्ठ अधिकारी, प्राध्यापक, कर्मी एंव विद्यार्थी भी मौजूद रहे।