किसी दल से लड़ने के बजाय राजस्थान के आम जन के मुद्दों की लड़ाई लड़ेगी आपः पीयूष शर्मा

Girish Saini

किसी दल से लड़ने के बजाय राजस्थान के आम जन के मुद्दों की लड़ाई लड़ेगी आपः पीयूष शर्मा

जयपुर, ब्यूरो। हाल ही में हुए दो प्रदेशों के विधानसभा चुनाव तथा दिल्ली के एमसीडी चुनाव और कुछ जगह उप चुनाव के बाद आने वाले 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर कई राजनीतिक पार्टियों का उत्साह बढ़ा है। वहीं कई दलों को इन नतीजों के बाद अपनी खोई हुई सियासी जमीन तलाशने की जरूरत है। क्योंकि मुख्य दलों की आपसी अंतर्कलह का फायदा कहीं न कहीं एक ऐसे राजनीतिक नेतृत्व को मिल रहा है जिसे 10 साल के सफर में ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी मिल गया। भले ही आम आदमी पार्टी को गुजरात में कड़ी लड़ाई लड़ना पड़ी और पंजाब के बाद गुजरात जीतने का नारा भाजपा की लहर के आगे नहीं टिक पाया। लेकिन अब आप पार्टी के नेताओं ने राजस्थान में पार्टी का ग्राफ बढ़ाने के लिए तीसरे मोर्चे के रूप में खुद को पेश करने की राजनीतिक सक्रियता बढ़ा दी है। गुजरात में भाजपा ने इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज करते हुए 156 सीटें अपने नाम की हैं। बावजूद इसके राजस्थान के सीएम गहलोत का ये कहना कि चुनाव भले ही भाजपा जीत गई हो, मगर जितनी एंटी इनकंबेंसी इस बार गुजरात में थी, इतनी एंटी-इनकंबेंसी मैने पहले कभी नहीं देखी थी। उनकी यह बात लोगों को समझ में नहीं आ रही है। राजस्थान में राजनीतिक भूचाल नया नहीं है, लेकिन नजदीक आते चुनाव और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान सफर के बाद इसमें इजाफा हुआ है ।मुख्यमंत्री के करीबी मंत्री शांति धारीवाल खुलकर पार्टी हाईकमान के फैसले के खिलाफ चले गए थे। वहीं एक अन्य बड़े नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने भी मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि गुजरात चुनाव के प्रभारी सीएम अशोक गहलोत ही थे। वहीं दूसरी तरफ भाजपा में भी मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा के खिलाफ भी एक नया धड़ा खड़ा हो गया है। वसुंधरा राजे की लोकप्रियता के चलते केंद्रीय नेतृत्व फिर उन्हीं को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में उतार सकता है। ऐसे में राजस्थान जैसे बड़े राज्य के राजनीतिक भविष्य पर सवाल खड़े होते दिखते हैं। आम आदमी पार्टी के युवा नेता पीयूष शर्मा कहते हैं कि जनता की समस्याएं इस राजनीतिक अस्थिरता के बीच और उपक्षित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि आज देश प्रगति के पथ पर है तो उसमे राजस्थान प्रदेश का विकास बाधित नहीं होना चाहिए। शिक्षा, रोजगार, नए उद्योग, पर्यटन, युवा प्रतिभाओं के हुनर का विकास भी जरूरी है। प्रदेश के हर वर्ग में असंतोष है। आम नागरिक कब तक सिर्फ झूठे नारों और वादों पर वोट करेगा। पीयूष शर्मा ने कहा कि आप पार्टी किसी दल से लड़ने के बजाय राजस्थान के आम जन के मुद्दों की लड़ाई लड़ेगी। राजस्थान के हर वर्ग की आवाज बनकर व्यवस्था परिवर्तन लाएगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का विकास का मॉडल राजस्थान की आवाज बनेगा।