जीजेयू में पं. दीनदयाल उपाध्याय इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर भवन का उद्घाटन।

Girish Saini Reports

जीजेयू में पं. दीनदयाल उपाध्याय इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर भवन का उद्घाटन।

हिसार। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलदेव राज काम्बोज ने कहा कि शिक्षकों की जिम्मेदारी बनती है कि वे विद्यार्थियों के सृजनात्मक आइडियाज को तलाश कर उन्हें विकसित करें तथा राष्ट्र व समाज हित में उन्हें उत्पाद के रूप में स्थापित करें।प्रो. काम्बोज नवनिर्मित पं. दीनदयाल उपाध्याय इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर के उद्घाटन के उपरांत अधिकारियों व शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस भवन का निर्माण भारत सरकार के राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान-2 प्रणाली के अनुदान से किया गया है। कुलपति ने कहा कि उद्योगों की मांग के अनुसार विद्यार्थियों के कौशल को विकसित करना वर्तमान समय की सबसे बड़ी चुनौती है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले तथा कला संकाय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के कौशल को जानना व समझना भी आवश्यक है। शिक्षक इस कार्य को बेहतर तरीके से कर सकते हैं। कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा ने कहा कि यह सेंटर युवा शोधकर्ताओं के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने बताया कि पं. दीनदयाल उपाध्याय इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर भवन के निर्माण पर 524 लाख रुपये की लागत आई है। यह तीन मंजिला भवन 2637 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। इस भवन में दो निदेशक के कमरे, इलेक्ट्रिकल/मैकेनिकल/प्रोटोटाइप हॉल, टूल रूम/वर्कशॉप, दो कॉन्फ्रेंस कमरे, दो स्टाफ कमरे, 150 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता का एक सेमिनार हॉल, चार इंटरव्यू कमरे, चेंजिंग कमरा, सहायक निदेशक का कमरा, टीपीओ का कमरा, सैंटर ऑफ एक्सीलेंस, कॉमन वर्क स्पेस, इंटरप्रेन्योर डेवलपमेंट सेल, उप निदेशक का कमरा, महिलाओं एवं पुरूषों के लिए अलग-अलग वाश रूम, दिव्यांगों के लिए रैंप व अलग शौचालय बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त इसमें लिफ्ट का प्रावधान किया गया है। यह भवन ऊर्जा कुशल प्रकाश व्यवस्था, विशाल भूदृश्य क्षेत्र, वर्षा जल संचयन प्रणाली, दोहरी जलसाजी प्रणाली आदि की सुविधाओं से सुसज्जित है। इस मौके पर पं. दीनदयाल उपाध्याय इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर की एक स्मारिका का विमोचन भी किया गया। इस मौके पर राष्ट्रीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान के निदेशक प्रो. नीरज दिलबागी, सेंटर के निदेशक प्रो. विशाल गुलाटी, आइडिया लैब के निदेशक प्रो. दीपक केडिया, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रताप मलिक, कार्यकारी अभियंता सुनील ग्रोवर एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।