वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और एकजुटता जरुरीः राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय

Girish Saini Reports

वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और एकजुटता जरुरीः राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय

महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने प्रबंधन विभाग की पुस्तिका का विमोचन भी किया। इस सम्मेलन में प्राध्यापक, विद्यार्थी, शोधार्थी एवं शिक्षकों ने हिस्सा लिया। देश-विदेश से भाग ले रहे विद्वान वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने इस संयुक्त अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन के लिए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार और उनकी पूरी टीम को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के सम्मेलन शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं को महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया प्राप्त करने व अपने विचार प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान करेंगे। राज्यपाल ने कहा कि हमें - मैं नहीं हम की भावना से कार्य करना चाहिए। तभी हम सब एक साथ आगे बढ़ते हुए अपने देश को नई ऊंचाई पर पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम विश्वविद्यालय लगातार दूसरे वर्ष इस तरह के सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। इस सम्मेलन की विषय वस्तु वर्तमान समय में बहुत प्रासंगिक है। क्योंकि आज की समस्याओं और कठिनाइयों के पर्याप्त समाधान नहीं हैं। राज्यपाल ने उम्मीद जताई कि यह सम्मेलन उपयोगी परिणाम देते हुए हमें सामाजिक मुद्दों को अधिक प्रभावी ढंग से संभालने के लिए तैयार करेगा। राज्यपाल ने कोरोना काल में महिलाओं, वैज्ञानिकों और चिकित्सकों के किए गए कार्यों की सराहना की। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने हमें सिखाया कि कैसे चुनौतियों और वैश्विक स्तर पर संकट को पूरे वैश्विक समुदाय के सहयोग से ही निपटा जा सकता है। नई शिक्षा नीति पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की नई शिक्षा नीति सभी के जीवन परिवर्तन लाने वाली है। विशिष्ट अतिथि राजकुमार गोयल ने अपने संबोधन में वैश्विक अर्थव्यवस्था और आत्मनिर्भर भारत पर विस्तार से चर्चा की। प्रारंभ में कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, विशिष्ट अतिथि और देश-विदेश से आए सभी प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस आयोजन में हमें सभी संस्थाओं के साथ-साथ विदेश से आए हुए शिक्षाविदों का अभूतपूर्व सहयोग मिला है। उन्होंने कहा कि महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की इस सम्मेलन में उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि गुरुग्राम विवि निरंतर शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने आशा जताई कि आपसी समझ और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से हम वैश्विक चुनौतियों से निपटने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक एवं डीन, मैनेजमेंट डॉ. अमरजीत कौर, देश-विदेश से आए वक्ता, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, जीयू के अधिकारी, शोधार्थी, विद्यार्थी व अन्य प्रबुद्धजन मौजूद रहे।