राजस्थान की यूनिक लव स्टोरी, मीरा और कल्पना का प्यार बना मिशाल, यूं हुआ जेंडर चेंज, फिर बना मैरिज प्लान
ravinder singh report
राजस्थान के भरतपुर जिले से एक यूनिक लव स्टोरी इन दिनों पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है, मारी और कल्पना अब आरव और कल्पना बनकर जिंदगी के बंधन में बंध चुके हैं. मीरा ने कल्पना की चाहत में अपना जेंडर चेंज करवाकर आरव बन गए, फिर शादी रचा ली. यहां पढ़िए अनोखी प्यार की अनोखी प्रेम कहानी. राजस्थान अजब है, तभी तो गजब की प्रेम कहानियां हैं यहां. प्यार में सब कुछ संभव है, संभव ये भी है कि कुदरत की रचना को चुनौती भी दी जा सकती है, तभी तो मीरा आरव बनकर कल्पना में समा गई. ये अनोखी लव स्टोरी है राजस्थान के भरतपुर जिले से. जहां एक स्कूली छात्रा से टीचर ने शादी कर ली है. अब शादी के पचास दिन भी पूरे हो चुके हैं. लेकिन ये शादी पूरे राजस्थान समेत देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है. क्योंकि एक फिमेल-फिमेल से शादी करने के लिए मेल बन गई. अपना जेंडर भी चेंज करवा लिया. ये सब सुनने में सबको थोड़ा आसमान्य सा लग रहा है. आपकों बता दें कि राजस्थान के भरतपुर जिले के डीग उपखण्ड के मोती का नगला गांव से ये यूनिक लव स्टोरी निकलकर आई है. जहां स्कूल में पीटी टीचर मीरा को अपने ही स्टूडेंट कल्पना से इस कदर प्यार हो गया की बात शादी तक बढ़ गई. मीरा जेंडर चेंज कराकर आरव बन गए. इस शादी को दोनों के पैरेंट्स भी एक्सेप्ट कर लिए हैं. फिजिकल एजुकेशन टीचर थी मीरा जो कल तक मीरा थी, वो एक उसी स्कूल में फिजिकल टीचर थी जिसमें कल्पना पढ़ती थी. लेकिन किताबों के पन्नों से निकलकर ये प्रेम कहानी कब एक दूसरे की जिंदगी तक पहुंची कुछ पता ही नहीं चल पाया. ऐसे मौके जीवन में शायद विरले ही लोगों को मिलते हैं, जिनका स्कूल और जिंदगी का सिलेब्स एक साथ चलता है. जो कल स्टूडेंट थी वो आज दौड़ती जिंदगी का घूमता हुआ पहिया बन चुकी है. शादी के 50 दिन बीत चुके हैं, लेकिन खुशी आज भी सातवें आसमान पर है. दोनों इस जिंदगी से उतने ही खुश हैं जैसे बसंत के आने पर भौंवरा फूलों पर बैठकर खुश होता है. फिर जिंदगी के मधुर गीत गुनगुना था है. आरव (मीरा) ने स्कूल में पढ़ने वाली कल्पना नाम की छात्रा को कबड्डी सिखाया. कल्पना स्टेट लेवल पर कबड्डी खेलने लगी. इन दिनों राजस्थान के भरतपुर में कुछ ऐसा ही मधुरगीत गुनगुना रहे हैं कल्पना के साथ आरव, प्यार के इन गीतों की गुनगुनाहट की शुरूआत कबड्डी के खेल से हुई थी. ये लव स्टोरी हम सबको परंपरागत सोच से निकलकर एक नई दुनिया की ओर ले जा रही है. ऐसी शादी के बारे में समाज के लोगों ने कभी सोचा भी नहीं होगा उसे आज आरव और कल्पना ने सच कर दिया है. इन रिश्तों को ये समाज कितना मानता है, इनके रिश्तों का समाज में क्या असर पड़ता है ये आने वाला वक्त बतलाएगा. लेकिन यदि ये दोनों खुश हैं एक दूसरे से तो ये सबसे अच्छी बात है. क्योंकि प्यार को कभी सीमाओं के बंधन में नहीं बांधा जा सकता है. प्यार सीमाओं और बंधों से मुक्त होता है. तभी तो ऐसे यूनिक लव स्टोरी हम सबके समाने आती है.