जल का संरक्षण केवल जल का ही नहीं, जीवन का भी संरक्षण हैः महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय
Girish Saini Reports
गुरुग्राम। देश भर में स्थायी जल संरक्षण और इसके प्रबंधन के बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से गुरुग्राम विश्वविद्यालय में जल धन यात्रा अभियान के तहत जल संरक्षण विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान सुखराली गांव स्थित तालाब पर महा जल-संकल्प आरती कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन गुरुग्राम विवि के सहयोग से वसंत लक्ष्मी चैरिटेबल ट्रस्ट और हरियाणा तालाब प्राधिकरण के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि हरियाणा के महामहिम राज्यपाल डॉ. बंडारू दत्तात्रेय ने शिरकत की। गुरुग्राम विवि. के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार, हरियाणा स्टेट हायर एजुकेशन काउंसिल के वाइस चेयरमैन प्रो. कैलाश चंद्र शर्मा तथा हरियाणा तालाब और अपशिष्ट जल प्रबंधन के एग्जीक्यूटिव वाइस-चेयरपर्सन प्रभाकर कुमार वर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ राज्यपाल व अन्य अतिथियों द्वारा सरस्वती वंदना के साथ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। मुख्य अतिथि हरियाणा के महामहिम राज्यपाल डॉ. बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि जल का संरक्षण केवल जल का ही नहीं, जीवन का भी संरक्षण है। इसलिए जल संरक्षण के साथ जल का प्रबंधन करना बहुत आवश्यक है क्योंकि आज पानी की कमी चिंताजनक स्थिति में है और कई राज्यों में पानी को लेकर विवाद है। इसलिए सभी लोग जल संरक्षण का संकल्प लें। पानी बचाना केवल सरकार और किसी एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं, यह सभी की सामूहिक जवाबदेही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल के संरक्षण व संवर्धन को लेकर विशेष चिंतित रहते हैं। इसलिए उन्होंने जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया है। जिसके तहत हर घर में नल से पानी उपलब्ध कराने के साथ-साथ पानी को सहेजने के उपाय भी किए जा रहे हैं। इस मौके पर महामहिम राज्यपाल डॉ. बंडारू दत्तात्रेय ने जल संरक्षण पर जीयू के विद्यार्थियों द्वारा लगाई गई पोस्टर और नारों की प्रदर्शनी की सराहना की। उन्होंने गुरुग्राम विवि के मीडिया अध्ययन विभाग के छात्रों द्वारा जल संरक्षण पर बनाई गई वृत्तचित्र / लघु फिल्म की भी प्रशंसा की। इस अवसर पर सभी उपस्थित जन ने राज्यपाल के साथ मिलकर जल संरक्षण की शपथ ली। विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर जल संरक्षण का संदेश भी दिया। इस मौके पर शिक्षा, कॉर्पोरेट और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से लगभग 1000 लोगों की उत्साहजनक भागीदारी रही । वीएलसी ट्रस्ट एंड रिसर्च सेंटर की अध्यक्ष डॉ. वंसत लक्ष्मी रवि कुमार ने बताया कि जल धन यात्रा 2023 का उद्घाटन 16 जनवरी 2023 को नई दिल्ली में जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा किया गया था। कश्मीर से कन्याकुमारी तक जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन के सर्वोत्तम तरीकों के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए जल धन यात्रा शुरू की गई है । यह यात्रा 22 राज्यों के 75 जिलों और 5000 गावों के 1 करोड़ से अधिक लोगों के पास जाकर जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करेगी। महामहिम राज्यपाल ने गुरुग्राम विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार और उनकी पूरी टीम को जल संरक्षण जैसे गंभीर विषय पर विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रीय संगोष्ठी के सफल आयोजन के लिए बधाई दी। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित जीयू के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि लोगों के लिए पानी बचाने के महत्व को समझना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आत्म–निर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जरूरी है। हम सभी को जल-संरक्षण के प्रति गंभीरता से विचार करना होगा तभी देश का भविष्य उज्जवल होगा। इस दौरान महामहिम द्वारा पौधारोपण भी किया गया।