जीजेयू को 3.38 के स्कोर के साथ पहली बार ‘ए प्लस’ ग्रेड से मान्यता मिली।

Girish Saini Reports

जीजेयू को 3.38 के स्कोर के साथ पहली बार ‘ए प्लस’ ग्रेड से मान्यता मिली।

हिसार। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार (गुजविप्रौवि) को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद, बेंगलुरु (नैक) द्वारा ‘ए प्लस’ ग्रेड प्रमाण पत्र प्राप्त हो गया है। कुलपति प्रो. बलदेव राज काम्बोज ने इस प्रमाण पत्र को साझा करते हुए विश्वविद्यालय परिवार को इस ऐतिहासिक ‘ए प्लस’ ग्रेड मान्यता मिलने पर तथा 3.28 से 3.38 तक के स्कोर में सुधार के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह सभी शिक्षकों, गैर शिक्षक कर्मचारियों व विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक रूप से किए गए उत्कृष्ट प्रयासों का परिणाम है। प्रो. काम्बोज ने बताया कि आईक्यूएसी टीम द्वारा नैक मूल्यांकन प्रत्यायन प्रक्रिया मार्च 2022 में पूरी की गई थी। एसएसआर व डीवीवी प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूर्ण करने के बाद नैक पीयर टीम ने 10-12 अक्टूबर 2022 के दौरान विश्वविद्यालय का दौरा किया था। उल्लेखनीय है कि ग्रेडिंग गुणात्मक एवं मात्रात्मक मानदंड तथा पाठ्यक्रम पहलुओं, टीचिंग -लर्निंग व मूल्यांकन, अनुसंधान, नवाचार एवं विस्तार, बुनियादी ढांचा व सीखने के संसाधन, विद्यार्थी सहायता एवं प्रगति, शासन-नेतृत्व एवं प्रबंधन, संस्थागत मूल्यों व सर्वोत्तम गतिविधियों सहित बिंदुओं के मापदंड पर आधारित थी। कुलपति प्रो. काम्बोज ने बताया कि यह मान्यता 18.10.2022 से पांच वर्ष की अवधि के लिए मान्य है। उन्होंने कहा कि रिसर्च, इनोवेशन एवं एक्सटेंशन (250), टीचिंग-लर्निंग एंड इवैल्यूएशन (200) को सात मानदंडों में अधिकतम वेटेज मिला है। ध्यान रहे कि गुजविप्रौवि 20 अक्टूबर, 1995 को हरियाणा राज्य के विधानमंडल के एक अधिनियम द्वारा स्थापित एक राज्य विश्वविद्यालय है। जो उच्च शिक्षा के उभरते क्षेत्रों में अध्ययन और अनुसंधान को सुविधाजनक बनाने और बढ़ावा देने के लिए नई सीमाओं पर ध्यान केंद्रित करता है। प्रौद्योगिकी, फार्मेसी, पर्यावरण अध्ययन, गैर-पारंपरिक स्रोत ऊर्जा और प्रबंधन अध्ययन और इनसे जुड़े क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए जीजेयू को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा धारा 2 (एफ) के तहत 11.1.1996 को डिग्री प्रदान करने की तथा यूजीसी अधिनियम की धारा 12 (बी) के तहत 7.2.1997 को केंद्रीय सहायता के लिए पात्र होने के लिए मान्यता दी गई है। जीजेयू में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सेंट्रल इंस्ट्रूमेंटेशन लेबोरेटरी एक प्रसिद्ध प्रयोगशाला है। जो न केवल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं को सुविधाएं प्रदान करती है, बल्कि क्षेत्र के अन्य संस्थानों की अनुसंधान आवश्यकताओं को भी पूरा करती है। विश्वविद्यालय में नवीन विचारों को बढ़ावा देने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित किया गया है। जीजेयू पहले ही विभिन्न प्रतिष्ठित राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग प्राप्त कर चुका है जिनमें वर्ल्ड रैंकिंग 2023 में 1001-1200वीं, फिजिकल साइंसेज कैटेगरी में 601-800वीं, यंग यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 में 351-400वीं और एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 में 351-400वीं रैंक शामिल हैं। शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संस्थागत नवाचारों और उपलब्धियों (एआरआईआईए-2021) की अटल रैंकिंग में जीजेयू को बैंड-प्रॉमिसिंग इन गवर्नमैंट एंड गवर्नमैंट एडिड केटेगरी में 13वां स्थान दिया गया है। जीजेयू को ग्रेडेड स्वायत्तता प्रदान की गई है तथा यूजीसी ने इसे श्रेणी-द्वितीय विश्वविद्यालय में स्थान दिया है। जीजेयू इस मुकाम हासिल करने वाले देश के 21 राज्य विश्वविद्यालयों में से एक है। वर्तमान में विश्वविद्यालय का एच-इंडेक्स 107 है जो हरियाणा राज्य के किसी भी विश्वविद्यालय से सर्वाधिक है। कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा व डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. देवेन्द्र कुमार ने भी राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद, बेंगलुरु से ‘ए प्लस’ ग्रेड प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी। आईक्यूएसी के निदेशक प्रो. आशीष अग्रवाल व उपनिदेशक डॉ. कश्मीरी लाल ने भी इस ऐतिहासिक एवं शानदार उपलब्धि के लिए जीजेयू के सभी हितधारकों को बधाई दी है।