'छत्तीस कौम मुझे प्यार नहीं करतीं तो मैं 3 बार CM नहीं बनता...' जानें- अशोक गहलोत ने क्यों कहा ऐसा?
ravinder singh report
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि आज मैं मुख्यमंत्री हूं, मैं चाहता हूं कि हर कौम की सेवा करूं. उन्होंने कहा कि मेरी जाति का सिर्फ एक ही विधायक है और वो मैं खुद हूं. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान ने एक बार प्रदेश का सियासी पारा चढ़ा दिया है. दरअसल, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से उनका टकराव जगजाहिर है. वहीं अब सीएम गहलोत ने इशारों-इशारों में पायलट पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि जातियों के आधार पर कोई भी मुख्यमंत्री नहीं बन सकता. सीएम अशोक गहलोत ने कहा, "आज मैं मुख्यमंत्री हूं, मैं चाहता हूं कि हर कौम की सेवा करूं. चाहे वो जाट हों, गुर्जर हों, राजपूत हों, कुशवाहा हों, जाटव हों, ब्राह्मण हों, बनिया हों, मीणा हों, जो भी कौम के लोग हैं, कोई भी हों, क्योंकि मैं इस बात को जानता हूं कि जातियों के आधार कोई मुख्यमंत्री नहीं बनते हैं." 'छत्तीस कौम मुझे करती हैं प्यार' मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "मैं जानता हूं कि आज मैं मुख्यमंत्री हूं, अगर छत्तीसों कौम मुझसे प्यार नहीं करतीं, मुझे आशीर्वाद नहीं देतीं, तो मुझे कैसे मुख्यमंत्री बनाया जाता 3-3 बार और सबसे बड़ी बात ये है कि मेरी जाति सैनी कहलाती है, कुशवाहा कहलाती है, माली कहलाती है." 'मेरी जाति का सिर्फ एक विधायक' सीएम गहलोत ने अपने भाषण में कहा, "मेरी जाति का एक ही एमएलए है असेंबली के अंदर, एक ही है और वो मैं खुद ही हूं. मैं कई बार सोचता रहता हूं खुद भी, कि मैं कितना लकी व्यक्ति हूं, कितना सौभाग्यशाली हूं कि राजस्थान की जनता ने मुझे, मेरी कौम का 1 एमएलए मैं खुद ही हूं, तब भी आप लोगों ने मुझे 3-3 बार मुख्यमंत्री बनाया है."