रूस के बड़े उद्योगपतियों पर नकेल कसने की तैयारी में अमेरिका
न्यूज़ डेस्क रिपोर्ट
वाशिंगटन: यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस पर और कड़े प्रतिबंध के संकेत दिए हैं।
जो बाइडन ने मंगलवार रात (स्थानीय समय के अनुसार) अपने पहले 'स्टेट ऑफ द यूनियन' संबोधन में कहा कि अमेरिका अब रूस के बड़े उद्योगपतियों पर नकेल कसने की तैयारी में है। बाइडन ने कहा कि अमेरिका एक स्पेशल टास्क फोर्स बनाएगा ताकि रूस के अरबपतियों के लग्जरी अपार्टमेंट, प्राइवेट जेट, बड़ी नौकाएं आदि की पहचान कर उसे जब्त किया जा सके।
बाइडन ने कहा, 'स्वतंत्र दुनिया उसे जवाबदेह ठहरा रही है, साथ ही फ्रांस, जर्मनी, इटली सहित यूरोपीय संघ के 27 सदस्यों के साथ-साथ यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, जापान, कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कई अन्य देशों, यहां तक कि स्विट्जरलैंड भी नाराज है और यूक्रेन के लोगों को समर्थन मिल रहा है।'
बाइडन ने कहा, 'पुतिन अब पहले से कहीं ज्यादा दुनिया से अलग-थलग पड़ गए हैं। हम अपने सहयोगियों के साथ इस समय शक्तिशाली आर्थिक प्रतिबंध लागू कर रहे हैं। हम रूस के सबसे बड़े बैंकों को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली से काट रहे हैं। रूस के सेंट्रल बैंक को रूसी रूबल का बचाव करने से रोकना, पुतिन के 630 बिलियन अमेरिकी डॉलर के युद्ध कोष को बेकार करना, जैसी कोशिश इसमें शामिल है। हम रूस की प्रौद्योगिकी को रोक रहे हैं जो इसकी आर्थिक ताकत को खत्म कर देगी और आने वाले कई सालों में इसकी सेना को कमजोर कर देगी।'
'रूस के उद्योगपतियों की बढ़ेगी मुश्किल'
बाइडन ने अपने भाषण में कहा, 'आज रात मैं रूसी बड़े उद्योगतियों (Russian oligarchs) और भ्रष्ट नेताओं से कहता हूं, जिन्होंने इस हिंसक शासन से अरबों डॉलर कमाए कि अब और नहीं।। संयुक्त राज्य अमेरिका का न्याय विभाग इन रूसी उद्योगपतियों के अपराधों के लिए एक समर्पित टास्क फोर्स का गठन कर रहा है। हम उनके लग्जरी अपार्टमेंट, उनके निजी जेट ढूंढ़ रहे हैं और उन्हें जब्त कर रहे हैं।'
बाइडन ने यह भी घोषणा की कि अमेरिका सभी रूसी उड़ानों के लिए अमेरिकी हवाई क्षेत्र को बंद करने जा रहा है और अन्य दंडात्मक कदमों के साथ उठाया गया यह कदम रूस को कमजोर करेगा।
बाइडन ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हमने पुतिन का सामना करने के लिए यूरोप और अमेरिका से लेकर एशिया और अफ्रीका तक सभी स्वतंत्रता-प्रेमी देशों का गठबंधन बनाने में महीनों मेहनत की। हम रूस के झूठ का जवाब सच से देते हैं...।'