राजनीतिक अर्थव्यवस्था का भी संस्कृति पर प्रभाव होता हैः डॉ. सुधा सिंह

Girish Saini Reports

राजनीतिक अर्थव्यवस्था का भी संस्कृति पर प्रभाव होता हैः डॉ. सुधा सिंह

रोहतक। शोध के विविध पहलुओं तथा शोध प्रविधि के तकनीकी पहलुओं पर एमडीयू के चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनॉमिक चेंज तथा मानविकी एवं कला तथा शिक्षा संकाय के संयुक्त तत्वावधान में संचालित शोध प्रविधि कार्यशाला में मंथन हुआ। शोध प्रविधि कार्यशाला में वीरवार को दिल्ली विवि के हिंदी विभाग की प्रोफेसर डॉ. सुधा सिंह ने- माध्यम, साहित्य और सांस्कृतिक अध्ययन पद्धति विषय पर व्याख्यान दिया। प्रो. सुधा सिंह ने कहा कि मॉस मीडियम सांस्कृतिक परिदृश्य को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक अर्थव्यवस्था का भी संस्कृति पर प्रभाव होता है। कुरूक्षेत्र विवि के अंग्रेजी विभाग के सेवानिवृत प्रोफेसर डॉ. दिनेश दधीचि ने शोध समस्या के महत्व को रेखांकित किया। साहित्यिक शोध अध्ययन की बारीकियों पर प्रो. दिनेश दधीचि ने प्रकाश डाला। शोध कार्य को बेहतर ढंग से, योजनाबद्ध चरण से क्रियान्वित करने बारे गुरु जंभेश्वर विवि, हिसार के मीडिया अध्ययन के डीन प्रो. उमेश आर्य ने शोध में प्रयुक्त किए जाने वाले ई-संसाधनों की ज्ञानवर्धक जानकारी दी। प्रो. उमेश आर्य ने कहा कि ई-संसाधनों के उपयोग से प्रभावी शोध किया जा सकता है। पंजाबी विवि, पटियाला के संगीत विभाग के प्रो. निवेदिता उप्पल ने शोध में एथिकल प्रैक्टिस पर व्याख्यान दिया। डीन, फैकल्टी ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड आर्ट्स प्रो. विमल ने बताया कि यह कार्यशाला 14 अप्रैल को संपन्न होगी।