मानसिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के तरीके साझे किए प्रो. सोनिया मलिक ने।
Girish Saini Reports

रोहतक। आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में खुद को मानसिक रूप से स्वस्थ रखना एक बड़ी चुनौती है। सकारात्मक, संतुलित, संयमित एवं शांतचित रहकर मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाया जा सकता है। यह बात एमडीयू के शिक्षा विभाग में आयोजित विशेष व्याख्यान कार्यक्रम में मनोविज्ञान विभाग की प्रोफेसर डॉ. सोनिया मलिक ने बतौर विशेष वक्ता कही। स्वास्थ्य परामर्शदायी समिति द्वारा आयोजित इस विशेष व्याख्यान कार्यक्रम का विषय- मानसिक स्वास्थ्य की सुनिश्चिता रहा। प्रो. सोनिया मलिक ने अपने प्रभावशाली संबोधन में कहा कि मेंटल हेल्थ का अर्थ है हमारी इमोशनल, साइकोलॉजिकल और सोशल हेल्थ। हम क्या सोचते हैं, क्या महसूस करते हैं और कैसे बिहेव करते हैं, यह सब मेंटल हेल्थ का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच, नियमित व्यायाम, पौष्टिक आहार व स्नेही व्यवहार के साथ तनाव से खुद को दूर रखकर विद्यार्थी खुद को मानसिक रूप से फिट रख सकते हैं। प्रो. सोनिया मलिक ने विद्यार्थियों को जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सकारात्मक लोगों के साथ समय बिताने, दूसरों की सहायता करने, शारीरिक गतिविधि को बढ़ावा देने, रचनात्मक कार्य करने, लक्ष्य तय करने व अच्छी नींद लेने से मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत किया जा सकता है। उन्होंने तनाव को दूर रखने के टिप्स भी विद्यार्थियों के साथ साझा किए। शिक्षा विभागाध्यक्ष डॉ. नीरू राठी ने प्रारंभ में स्वागत भाषण देते हुए जीवन में मानसिक स्वास्थ्य की महत्ता पर प्रकाश डाला। स्वास्थ्य परामर्शदायी समिति की कंवीनर डॉ. माधुरी हुड्डा ने कार्यक्रम का संचालन एवं समन्वय किया। डॉ. माधुरी हुड्डा ने प्रो. सोनिया मलिक का परिचय देते हुए व्याख्यान की विषय वस्तु के बारे में बताया। इस मौके पर प्राध्यापक प्रो. जितेंद्र कुमार, डॉ. उमेन्द्र मलिक, डॉ. वनिता रोज सहित विभाग के शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।