लघु कथा वाचन प्रतियोगिता में दीपिका प्रथम।
Girish Saini Reports

रोहतक। लाल नाथ हिंदू कॉलेज में प्राचार्य डॉ. रश्मि छाबड़ा की अध्यक्षता में हिंदी विभाग द्वारा लघु कथा वाचन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 35 विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्राचार्य डॉ. रश्मि छाबड़ा ने कहा कि भाषा का मौखिक प्रयोग ही भाषा का मूल रूप है। सार्वजनिक जीवन में मौखिक अभिव्यक्ति का विशेष महत्व है। अतः जो वक्ता अपने भाव, संवेदना को अभिव्यक्त करने में सक्षम होगा वह उतना ही कुशल वक्ता होगा। इसलिए भावों की अभिव्यक्ति श्रोता में जिज्ञासा व कौतूहल उत्पन्न करती है। वह अपनी कहानी में कल्पना व वर्णन शक्ति के द्वारा वातावरण को प्रभावशाली बना देता है। इस तरह की प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थी अभिव्यक्ति माध्यम से नवीन विचारों को सांझा कर सकते हैं। हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. अंजू देशवाल ने कहा कि लघु कथा सामाजिक परिवर्तन व विसंगतियों की कोख से उत्पन्न होती है। पहले कथा शिक्षा और मनोरंजन के लिए लिखी जाती थी। परंतु आज कथा का आधार मनुष्य जीवन का यथार्थ है। इसलिए लघु कथा किसी बहुत बड़े परिदृश्य में से एक विशेष पल अभिव्यक्त करना है। प्रतियोगिता में छात्रों ने लघु कथा वाचन के माध्यम से समाज व जीवन के अनकहे पहलुओं को प्रतीकात्मक , व्यंग्यात्मक रूप में लघुता से अभिव्यक्त किया। प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल की भूमिका डॉ.अंजू देशवाल, डॉ.सुमन रानी, कुमारी चंद्रिका तथा डॉ.गीता ने निभाई। प्रतियोगिता में दीपिका प्रथम, आकाश व भव्या द्वितीय तथा सिद्धि व नमन तृतीय रहे। मंच संचालन किरण देवी ने किया । प्रतियोगिता का संचालन डॉ.अंजू देशवाल व कुमारी चंद्रिका के दिशा निर्देश में किया गया। इस मौके पर डॉ.नीलम मग्गू, अनिला बठला, किरण, डॉ.गीता सहित अन्य मौजूद रहे।