अखिलेश यादव के पुराने बंगले की मरम्मत करा रहा राज्य संम्पति विभाग
न्यूज़ डेस्क रिपोर्ट
अखिलेश यादव के पूराने बंगले की मरम्मत और साफ-सफाई का काम शुरू हो गया है। सपा के पार्कों में भी सफाई का काम शुरू हो गया है। इस मरम्मत और साफ-सफाई को दूसरे एंगल से भी देखा जा रहा है।
मतगणना से पहले ही अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के पूराने बंगले की मरम्मत और साफ-सफाई ने फिर से सियासत को गर्मा दिया है। आपको बता दें कि यह बंगला वहीं बंगला है जिसके लिए सपा प्रमुख पर टोटी चोरी का आरोप लगा था और इसके लिए ही मुलायम सिंह (Mulayam Singh Yadav) ने सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से मुलाकात तक की थी। नतीजों से पहले तकरीबन साढ़े तीन साल तक बंद रहे बंगले की सफाई के अब कई मायने निकाले जा रहे हैं। इन बंगलों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 2018 में खाली करवाया गया था।
क्या है पूरा मामला
यूपी सरकार का संपत्ति विभाग ने तकरीबन 3 साल 8 माह से बंद पड़े अखिलेश यादव के बंगले की मरम्मत और साफ-सफाई करवाना शुरू कर दिया है। वहीं इस मरम्मत और साफ-सफाई को हवा का रूख बदलने का भी इशारा समझा जा रहा है और इसे नौकरशाही का अखिलेश यादव के लिए प्रेम के रूप में भी देखा जा रहा है। गौर करने वाली बात यह है कि राज्य संपत्ति विभाग का प्रभार सीएम योगी आदित्यनाथ के एसीएस के पास ही है। अब इसे हर मायने में जोड़ कर देखा जा रहा है। आज उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान हो रहा है और वोटों की गिनती 10 मार्च 2022 को होगी।
समाजवादी पार्कों में भी बढ़ी हलचल
आपको बता दें कि मरम्मत और साफ-सफाई का काम केवल सरकारी बंगलो तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इन दिनों समाजवादी पार्कों में भी हलचल बढ़ी है। लखनऊ विकास प्राधिकरण के द्वारा जनेश्वर मिश्र पार्क, लोहिया पार्क, रिवर फ्रंट की साफ-सफाई, पौधों और घास को ठीक ढंग करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ बसपा के पार्कों में कोई खास हलचल नहीं दिख रही है और न ही कोई मरम्मत और साफ-सफाई कहीं पर देखा गया है।