ब्राह्मण मुख्यमंत्री बनाए जाने की वकालत की युवा नेता पीयूष शर्मा ने।
anant tripathi report

जयपुर। चुनावी साल की शुरूआत में राजस्थान में विप्र समाज द्वारा आयोजित ब्राह्मण महासम्मेलन में एकत्र हुई लाखों की भीड़ ने एकजुटता का संदेश दिया है, वो कई मायने में खास है। जन सैलाब का ऐसा नजारा एक लंबे समय बाद देखने को मिला। उत्साह और ऊर्जा से भरपूर विप्र समाज के लोग ढोल नगाड़ों के साथ विद्याधर स्टेडियम में जब जुटने शुरू हुए तो कुछ ही समय में पूरा स्टेडियम खचाखच भर गया और यही नहीं, पूरे शहर की सड़कें जाम हो गई। लेकिन बिना किसी अव्यवस्था के पूरा कार्यक्रम बारिश के साथ समाप्त हुआ। इस अप्रत्याशित भीड़ को देखकर हर कोई दंग रह गया। शहर की सड़को पर पैर रखने की भी जगह नहीं थी। लोगों को जगह नहीं मिली तो वो गाड़ियों, पेड़ों, टैंकरों पर चढ़कर कार्यक्रम का हिस्सा बने। पूरा शहर जय परशुराम के नारे से गूंज उठा। कार्यक्रम में आर्शीवाद देने पहुंचे संत समाज के लिए विशेष अलग मंच की व्यवस्था की गई थी। इस अवसर पर भगवान परशुराम पर एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया गया। मंचासीन वक्ताओं ने अपनी विभिन्न मांगे भी सार्वजनिक रूप से मंच पर रखी। जिसमे ईडब्लू आरक्षण 10% से बढ़ाकर 14% करने, ईडब्लू आरक्षण राजनीतिक क्षेत्र में भी लागू करने, मंदिरों की जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराने, परशुराम जयंती को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने सहित अन्य मांगे रखी गई। राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने सभी सनातन मंदिरों को सरकार की बजाय हिंदुओं के नियंत्रण में रखने की मांग रखते हुए हिंदू रिलीजियस एक्ट बनाने और अन्य समाज को तर्ज पर ईडब्लूएस आरक्षण दिए जाने की मांग की। अपने संबोधन में आम आदमी पार्टी के युवा नेता पंडित पीयूष शर्मा ने कहा कि विप्र समाज द्वारा आयोजित इस ब्राह्मण महासम्मेलन से सनातन एकजुटता की जो अलख राजस्थान से जगाई गई है, उसका संदेश पूरे राष्ट्र में पहुंचा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक विचारधारा से अलग होकर सभी को एकजुट होकर अपने सनातन धर्म की शक्ति को समझना होगा। प्रदेश में ब्राह्मण मुख्यमंत्री बनाए जाने की वकालत करते हुए शर्मा ने कहा कि ब्राह्मणों में कोई कमी है क्या ? जो सीएम ब्राह्मण नहीं हो सकता। राजस्थान में अब तक भाजपा और कांग्रेस की सियासत से जनता में बहुत निराशा है। भगवान परशुराम ने भगवान शिव से विराट तपस्या के बाद धर्म की रक्षा के लिए फरसा प्राप्त किया था। हम सब में यही ऊर्जा और एकता बरकरार रहनी चाहिए। अबकी बार प्रदेश में उसी की सरकार हो जो ब्राह्मणों के हितों के लिए कार्य करे।