Sri Lanka में Emergency, पश्चिमी प्रांत में Curfew, कार्यकारी राष्ट्रपति बने Ranil Wickramasinghe, 10 बातें
श्रीलंका (Sri Lanka) साल 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद से अभूतपूर्व आर्थिक संकट (Economic Crisis) का सामना कर रहा है.

श्रीलंका में प्रधानमंत्री कार्यालय ने देश में आपातकाल (Emergency) लगाने की घोषणा की. इससे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय को घेर लिया है. पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसूगैस (Teargas) के गोले दाग रही है लेकिन प्रदर्शनकारी बेकाबू नज़र आ रहे हैं. पश्चिमी प्रांत में कर्फ्यू लगा दिया गया है. श्रीलंका (Sri Lanka) में राष्ट्रपति गोटाबाया (President Gotabaya) के मालदीव भागने के बाद भड़के दंगों को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने देश में एक बार फिर आपातकाल (Emergency) घोषणा की है. बुधवार को यह खबर मिलने के बाद जनता का गुस्सा और बढ़ गया और फिर से भारी विरोध प्रदर्शन भड़क गए. रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickramasinghe) देश के कार्यकारी राष्ट्रपति होंगे. उन्होंने पहले ही सर्वदलीय सरकार बनने पर प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. राष्ट्रपति गोटाबाया ने वादा किया था कि वो 13 जुलाई को इस्तीफा देंगे लेकिन गिरफ्तारी की बढ़ती आशंका को देखते हुए वो इस्तीफे से पहले ही देश से भाग गए . इसके बाद गुस्साए विरोध प्रदर्शन गोटाबाया के खिलाफ नारे लगा रहे हैं और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.