ख्वाब देखने को हक सभी को, स्टूडेंट शोकेस में दे रहे संदेश।
गिरीश सैनी report NEWS DESK REPORT कोरोना महामारी के चलते दो साल बाद पंडित लख्मीचंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफार्मेंस एंड विजुअल आर्ट (पीएलसी सुपवा) में वार्षिक कला प्रदर्शनी स्टूडेंट शोकेस 2022 का आगाज हुआ।

इस प्रदर्शनी में स्नातक व स्नातकोत्तर के विद्यार्थी पूरे साल की पढ़ाई के दौरान किए गए कला कार्य को प्रदर्शित कर रहे हैं। विभिन्न संकायों के 300 से अधिक छात्रों की बनाई गई 700 से अधिक कलाकृतियां प्रदर्शन के लिए रखी गई हैं। इस प्रदर्शनी में कैंपेन, रिलीफ प्रिंट, थ्रीडी प्रिंटिंग, टॉइपोग्रॉफी, एनीमेशन, फोटोग्रॉफी, पोर्ट्रेट, एक्रिलिक पेंटिंग, स्थापना कला, साइट विशिष्ट कला, मिट्टी व फाइबर कला मूर्तियां, मिट्टी मॉडलिंग, आउटडोर लैंडस्केप, मूर्तिकला, पेंटिंग, स्कैच सहित विभिन्न कला कार्य प्रदर्शित किए गए हैं। बतौर मुख्यातिथि हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के चेयरमैन प्रो. बीके कुठियाला व सुपवा के कुलपति गजेंद्र चौहान ने दीप प्रज्जवलित कर इस सात दिवसीय कला प्रदर्शनी का उद्धाटन किया। स्टूडेंट शोकेस में प्रदर्शित ख्वाबों का बिस्तर अलग अलग चित्रों के साथ दिखाया गया कॉंस्पेट है। जोहेब, अंकित, साक्षी व ऋजुल ने दिखाया है कि किस तरह हर इंसान को सपने देखने का हक है। सभी चित्र छात्रों के शैक्षणिक भ्रमण के दौरान के है, जिनके सहारे बीते पलों के याद करने की कोशिश की गई है। एप्लाइड आर्ट की छात्रा हर्षदीप ने लोडशेयर के कैंपेन में दिखाया कि किस तरह नारी व पुरूष समान हैं। पुरूषों को भी घर के कामों में बराबर हाथ बंटाना चाहिए। वैचारिक कला का प्रदर्शन करते हुए चौथे साल की छात्रा अंजली टिश्यू पेपर के माध्यम से विभाजन की त्रासदी को दिखा रही हैं। अपने सिर के बालों से कढ़ाई कर तृतीय वर्ष की छात्रा सुदीक्षा मन की भावनाएं व्यक्त करती दिखी। सामाजिक मुद्दों को लेकर प्रदर्शनी में भागेदारी कर रही छात्रा हिमांशी अपने कैंपेन में तेजाब हमले के पीड़ितों का दर्द बयान कर रही हैं। पौध आधारित बायोडीग्रेडेबल सैनिटरी पैडस की जानकारी भी वह अपने कैंपेन में दे रही हैं। चौथे साल के ऋजुल व हार्दिक पोर्ट्रेट, प्रॉडक्ट व मॉडल शूट के साथ अलग-अलग तरह की लाइटिंग तकनीकों की जानकारी दे रहे हैं। स्नातकोत्तर के अनुज पाल घरेलू हिंसा जैसे गंभीर मुद्दे पर एक संवेदनशील प्रस्तुति दे रहे हैं। अनुज बताते हैं कि किस तरह घरेलू इस्तेमाल की प्रेस या बेलन जैसी चीजें हिंसा करने में इस्तेमाल की जाती हैं। स्नातकोत्तर की शर्मिष्ठा घरेलू हिंसा व बाल उत्पीड़न को लेकर अपने कैंपेन में संदेश दे रही हैं। मतदान जरूरी है का संदेश दे रही प्रीयूषा ने अपना कैंपेन खासतौर से गरीब वर्ग के लिए हिंदी में तैयार किया है। ताकि वह मतदान की अहमियत समझ सकें। सभ्यता पालतु जीवों की विशेष सेवा व देखभाल की जरूरत को लेकर पैट केयर पर केंद्रित कार्य प्रदर्शनी में दिखा रही हैं। वहीं रितिक दर्शकों में वीगन लैदर को लेकर जागरूकता फैला रहे हैं। उद्धाटन सत्र में एनीमेशन के प्रवक्ता जगसीर सिंह ने मुख्यातिथि को उनकी एक थ्रीडी एनीमेटिड तस्वीर बना कर उपहार में दी। एनीमेशन विद्यार्थी अंकित, कुनाल व अक्षय प्रदर्शनी देखने वालों को टूडी व थ्रीडी कांस्पेट की जानकारी दे रहे हैं। दृश्य कला संकाय के प्रवक्ता अजय यादव ने बताया कि पीएलसी सुपवा की दृश्य कला गैलरी में आयोजित इस प्रदर्शनी में 6 जून तक विद्यार्थियों का कार्य प्रदर्शित किया जाएगा।