जीजेयू में हरियाणा फिल्म महोत्सव का शुभारंभ।

Girish Saini Reports

जीजेयू में हरियाणा फिल्म महोत्सव का शुभारंभ।

हिसार। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार में दो दिवसीय हरियाणा फिल्म महोत्सव का शुभारंभ हुआ। महोत्सव का आयोजन विश्वविद्यालय के संचार प्रबंधन एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा विश्व संवाद केंद्र एवं भारतीय चित्र साधना (सिने फाउंडेशन हरियाणा) के सहयोग से किया जा रहा है। जीजेयू के चौधरी रणबीर सिंह सभागार में शुरु हुए इस महोत्सव का उद्घाटन बतौर मुख्यातिथि हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने किया। मुख्य अतिथि डा. कमल गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि फिल्में हमारे देश के इतिहास को दर्शाने का माध्यम हैं। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने कर्तव्यों का पालन कैसे किया, यह हमारी फिल्मों द्वारा दर्शाया जाना चाहिए। यदि फिल्में इतिहास के सकारात्मक विचारों, सकारात्मक कोणों का प्रतिनिधित्व करती हैं, तो यह दर्शकों के लिए बहुत प्रभावशाली होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सिनेमा है तो देश है। इसलिए फिल्मों में देश और उसके इतिहास में बदलाव लाने की क्षमता है। मीडिया स्टडीज के डीन प्रो. उमेश आर्य ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि इस महोत्सव का हिस्सा बनना विश्वविद्यालय व सीएमटी विभाग के लिए एक मूल्यवान क्षण है। भारतीय चित्र साधना के सचिव अतुल गंगवार ने कहा कि इस तरह का महोत्सव देश और वहां के लोगों को हरियाणा राज्य की कला व संस्कृति को जानने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सामाजिक कार्यकर्ता अनिल कुमार ने कहा कि इस महोत्सव का मुख्य श्रेय उन प्रतिभागियों को जाता है जिन्होंने अपनी फिल्में बनाई हैं और इस आयोजन का हिस्सा बने हैं। रिलायंस फाउंडेशन के उमेश उपाध्याय का कहना था कि फिल्में लोगों के बीच नैरेटिव सेट करती हैं। उन्होंने कहा कि यह समय कथा संघर्ष का समय है। हर कोई वीडियो, ऑडियो और टेक्स्ट जैसे संचार के सभी रूपों में सोशल मीडिया के माध्यम से अपने विचार साझा करता है। इसलिए फिल्में लोगों के बीच सकारात्मक आख्यान स्थापित करने का माध्यम बन सकती हैं। प्रांत प्रचार प्रमुख राजेश ने इस महोत्सव ने मुख्य अतिथि, संगठनों, विश्व संवाद केंद्र, भारतीय चित्र साधना तथा संचार प्रबंधन एवं तकनीकी विभाग को धन्यवाद दिया। विभिन्न श्रेणियों में फिल्मों की कुल 113 प्रविष्टियों में से प्रतियोगिता के लिए 65 का चयन किया गया था। पहले दिन समिति द्वारा 19 फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई। पांच फरवरी, 2023 को महोत्सव के दूसरे दिन 42 फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी। विभिन्न श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ फिल्मों की घोषणा व पुरस्कार वितरण की घोषणा पांच फरवरी, 2023 को महोत्सव के समापन अवसर पर होगी। पहले दिन जिन फिल्मों को दिखाया गया उनमें लघु फिल्में रेडुआ, छाया, सफर व गमन अली मोज तथा एनिमेशन फिल्में : कुरुक्षेत्र व अंतरिक्ष के लिए रही। उद्घाटन सत्र के बाद मनीष सैनी, राजेश बब्बर, राजीव भाटिया और संदीप शर्मा ने फिल्म निर्माण पर मास्टर क्लास ली। इस मास्टर क्लास का मुख्य उद्देश्य युवाओं को हरियाणवी कला और संस्कृति पर फिल्म बनाने के लिए प्रेरित करना था।