प्रो. सोनिया मलिक ने कार्यशाला में किया विद्यार्थियों से स्वस्थ जीवन शैली अपनाने का आग्रह।
Girish Saini Reports

रोहतक। लिंग भेदभाव समाज की देन है। शिक्षा के माध्यम से ही समाज से लैंगिक असमानता को मिटा सकते हैं। यह बात एमडीयू के महिला अध्ययन केंद्र द्वारा गांधी स्कूल, सेक्टर चार, रोहतक में लैंगिक संवेदीकरण विषय पर आयोजित कार्यशाला में केन्द्र की निदेशिका प्रो. पुष्पा दहिया ने कही। अपने संबोधन में प्रो. पुष्पा दहिया ने स्पष्ट किया कि शिक्षा से ही नारी सशक्तिकरण की राह प्रशस्त होगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही नारी को सम्मान और अधिकार मिलेगा। उन्होंने महिलाओं से अपने हक की आवाज उठाने के लिए स्वयं आगे आने का आह्वान किया। प्रो. पुष्पा दहिया ने कहा कि अपने हक एवं सम्मान पाने के लिए आवाज उठाने की पहल खुद नारी को ही करनी होगी। प्रतिष्ठित मनोवैज्ञानिक एवं एमडीयू के मनोविज्ञान विभाग की प्रोफेसर डॉ. सोनिया मलिक ने इस कार्यशाला में विद्यार्थियों से स्वस्थ जीवन शैली अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता पाने के लिए शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी अनिवार्य है। इस मौके पर उपस्थित विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों ने बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाने का प्रण लिया। इस कार्यशाला में पोस्टर मेकिंग और कविता पाठ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। गांधी स्कूल के संचालक नरेश कुमार ने कार्यशाला समन्वयन में सहयोग दिया।