विश्व सामाजिक न्याय दिवस पर कानूनी जागरूकता व साक्षरता कार्यक्रम आयोजित।

Girish Saini Reports

विश्व सामाजिक न्याय दिवस पर कानूनी जागरूकता व साक्षरता कार्यक्रम आयोजित।

रोहतक। समाज के हर वर्ग को जागरूक करना होगा। लिंग भेद, दहेज प्रथा, महिला हिंसा, नशाखोरी, भ्रूण हत्या इत्यादि कुरीतियों को समाप्त करना होगा। इसी उद्देश्य के साथ जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश कुमार यादव तथा सीजेएम राजेश कुमार यादव के मार्गदर्शन में विश्व सामाजिक न्याय दिवस के अवसर पर स्थानीय वैश्य कॉलेज ऑफ लॉ के प्रांगण में एक विशेष कानूनी जागरूकता व साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्राधिकरण पैनल के अधिवक्ता राजबीर कश्यप ने बताया कि न्याय की परिभाषा को जिंदा रखने के लिए हर वर्ष 20 फरवरी को विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत सन 2009 में हुई थी। इस दिवस का उद्देश्य समाज के हर नागरिक को समान अधिकार प्रदान करना है। आज विश्व के कई हिस्सों में देशों के बीच गरीबी और असमानताएं बढ रही है। इसलिए आज गरीबी, बहिष्कार, लैंगिक असमानता, बेरोजगारी, मानवाधिकार और सामाजिक सुरक्षा जैसे मुद्दों से निपटने के लिए हर नागरिक को कंधे से कंधा मिलाकर आगे आना होगा। इस दौरान हरियाणा राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सौजन्य से प्रकाशित कैदियों के अधिकारों से संबंधित कानूनी पुस्तिका भी वितरित की गई। इस मौके पर पीएलवी साहिल, प्राचार्य मनीष भारद्वाज, लीगल लिटरेसी की इंचार्ज डॉ. निधी मितल, डॉ. सुनीता मोर, डॉ. शैली गुप्ता, निदेशक डॉ. नरेश शर्मा, अध्यापक व विद्यार्थी मौजूद रहे।