गुटखा खाने में देश के ये राज्य अव्वल 3 राज्य तो ऐसे जिनके पीक से भर जाए 211 ओलिंपिक पूल
न्यूज़ डेस्क रिपोर्ट
भारत में पान और गुटखा खाने का कल्चर बेहद आम है. पान और गुटखा खाने वालों की जहां-तहां थूकने की आदत गंदगी फैलाती है. हम में से लगभग हर कोई इस समस्या से कई मौकों पर दो-चार हो चुका है।
यह समस्या इस कदर गंभीर है कि कोलकाता के आइकॉनिक हावड़ा ब्रिज के गिरने का रिस्क पैदा हो गया था. आंकड़ों को दिलचस्प तरीके से परोसने में माहिर सोशल मीडिया हैंडल इंडिया इन पिक्सल्स ने पान थूकने की भारतीयों की इस आदत को भी रोचक तरीके से पेश किया है. इसके अनुसार, भारत के लोग हर साल पान खाकर इतना थूकते हैं कि उससे 211 ओलंपिक पूल भरा जा सकता है.
इंडिया इन पिक्सल्स ने नेशनल सैम्पल सर्वे के हाउसहोल्ड कंजम्पशन के आंकड़ों का सहारा लिया है. ये सरकारी आंकड़े 2011-12 के हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, पान चबाकर थूके गए पीक का औसत वजन 39.55 ग्राम होता है और इसकी डेंसिटी 1.1 ग्राम प्रति मिलीलीटर होती है. वहीं ओलंपिक के स्वीमिंग पूल की कैपेसिटी 25 लाख लीटर की होती है. इन आंकड़ों को आधार बनाकर जब इंडिया इन पिक्सल्स ने गणना की तो पता चला कि हर साल भारतीय लोग पान के थूक से 211 स्वीमिंग पूल भर सकते हैं.
सिर्फ 3 राज्य भर देंगे 100 से ज्यादा स्वीमिंग पूल
इंडिया इन पिक्सल्स ने राज्यवार आंकड़े भी दिया है. इसके अनुसार, उत्तर प्रदेश के लोग पान खाकर थूकने में सबसे आगे हैं. अकेले उत्तर प्रदेश के लोग हर साल पान के थूक से 46.37 स्वीमिंग पूल भर सकते हैं. इसके बाद बिहार का नंबर है, जहां के लोग पान के थूक से 31.33 स्वीमिंग पूल भर सकते हैं. ओडिशा 28.37 स्वीमिंग पूल के साथ तीसरे स्थान पर है. सिर्फ ये तीन स्टेट मिलकर हर साल 105 ओलंपिक स्वीमिंग पूल भर सकते हैं.
कभी पान के थूक से गिरने वाला था हावड़ा ब्रिज
पश्चिम बंगाल में भी यह समस्या काफी गंभीर है. यह राज्य 21.94 स्वीमिंग पूल भरने की क्षमता के साथ चौथे स्थान पर है. कोलकाता में इस समस्या के चलते करीब 10 साल पहले हावड़ा ब्रिज के गिरने का खतरा पैदा हो गया था. बीबीसी की एक तत्कालीन रिपोर्ट बताती है कि पान और गुटखे के थूक के चलते पुल का स्टील बेस आधा हो गया था. हावड़ा ब्रिज की मरम्मत करने वाले कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के तत्कालीन चेयरमैन एमएल मीणा के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि लोगों ने थूक-थूक कर महज तीन साल में पुल के हैंगर बेस को आधा कर दिया. इससे बचने के लिए ट्रस्ट को खास स्कीम बनाने की जरूरत पड़ गई थी और पुल के बेस को फाइबरग्लास से ढंकना पड़ा था.
ये छोटे राज्य भी थूकने में नहीं हैं पीछे
इंडिया इन पिक्सल्स ने कुछ अन्य दिलचस्प जानकारियां भी साझा की है. नागालैंड, मणिपुर और मिजोरम जैसे छोटे राज्य पान चबाकर थूकने के मामले में मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे बड़े राज्यों से आगे हैं. अकेले तमिलनाडु पान के थूक से इतने स्वीमिंग पूल भर सकता है, जितना उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर मिलकर नहीं कर सकते हैं. हालांकि इस थ्रेड पर कई यूजर शिकायत कर रहे हैं कि जिस फॉर्मूले को आधार बनाकर यह कैलकुलेशन हुआ है, उसे साइंटिफिक नहीं माना जा सकता है।