मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान फिर चर्चा का विषय बन गया है

anant tripathi report

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान फिर चर्चा का विषय बन गया है
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान फिर चर्चा का विषय बन गया है

जयपुर। राजस्थान प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान फिर चर्चा का विषय बन गया है जहां स्वयं सत्ता के मुखिया ने पार्टी का जनता से जुड़ाव कम होने की बात कही और पार्टी के नेता मंत्री, विधायको को हर माह 15 किलोमीटर की यात्रा करने का फरमान सुनाया है, इसी पर राजनीतिक तंज कसते हुए आम आदमी पार्टी के युवा नेता पीयूष शर्मा ने कहा की राजस्थान की जनता ने इतने वर्षो तक कांग्रेस और बीजेपी को जनसमस्या से समाधान का अधिकार दिया लेकिन आज सरकार को राहुल गांधी की यात्रा के बाद ये बात समझ आई की जनता से जुड़ाव कम हुआ है , इसी बात की त्रासदी राजस्थान की जनता झेल रही है आज प्रदेश के गठन के इतने समय बाद भी बुनियादी जरूरतों के लिए जनता को आवाज उठानी पढ़ रही है क्राइम कंट्रोल की बात हो, चाहे शिक्षा माफिया का बढ़ता कुनबा, बजरी माफिया , और आत्महत्या जैसी घटनाओं से आज जनता विचलित है विकास को तरस रही है, हाल के दिनों का पेपर लीक का घटनाक्रम सिर्फ सरकारो के बीच आरोप प्रत्यारोप का कारण बन गया है आखिर ये कैसी व्यवस्था है जहां प्रदेश मैं चार साल मैं 16 बार भर्ती परीक्षाओं का पेपर लीक हो चुका है, हालत यह है प्रदेश नकल मड़ियाओ का अड्डा बन गया है, कहीं न कही इन सभी को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है, बस कानून व्यवस्था ठप है। ऐसे मैं सरकार को जरूरी है की यात्रा के माध्यम से ही सही जनता की समस्या सुनना समझना और उसका निस्तारण पर भी कार्यवाही करे।