दस दिनों में हाथी के हमले में एक और व्यकित की मौत

संवादाता :- बच्चे भारती सुजौली बहराइच

दस दिनों में हाथी के हमले में एक और व्यकित की मौत

कतर्नियाघाट वन क्षेत्र के कारीकोट मंदिर से प्रवचन सुनकर दोस्तों के साथ घर लौट रहे 60 वर्षीय ग्रामीण को मंगलवार देर रात जंगली हाथियों के झुंड ने घेर लिया और सूंड से पटक पटक कर अधमरा करने के बाद हाथियों ने उसे पैरों से रौंदकर मार डाला। इसके बाद भी हाथी मौके पर 2 घंटे तक उत्पात मचाते रहे। सूचना पर पहुंचे पुलिस व वन कर्मियों ने किसी तरह मृतक के शव को हाथियों के झुंड से निकाला। आधी रात के बाद हाथी चिंघाड़ते हुए मौके से खिसके। कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के कतर्नियाघाट रेंज अंतर्गत सुजौली थाना क्षेत्र के बिहारी पुरवा निवासी 60 वर्षीय राधेश्याम उर्फ मैनेजर पुत्र छोटकऊ कुरकुरी कुंआ गांव निवासी अपने मित्र रामजीत वर्मा के यहां रहता था और हमेशा साड़ी में रहकर गांव गांव घूम कर चित्रकारी कर अपना जीवनयापन करता था मंगलवार शाम को वह कारीकोट माता मंदिर में चल रही शिव कथा को सुनने गया था। रात दस साढ़े दस बजे के आसपास कथा समाप्त होने के बाद चित्रकार राधे श्याम आस-पड़ोस के लोगों के साथ वापस घर के लिए लौटा। राधे श्याम के साथ चल रहे लोग चमन चौराहा से अपने-अपने घरों की ओर चले गए, वहां से चित्रकार राधे श्याम कुरकुरी कुआं गांव के लिए अकेले मुड़ा लेकिन जैसे ही वह चमन चौराहा पुल से 100 मीटर आगे बढ़ा उसी समय जंगली हाथियों के झुंड ने उसे घेर लिया। राधे श्याम ने बचाव के लिए शोर मचाना शुरू किया। उसके साथ कथा स्थल से आए लोग शोर सुनकर दौड़े लेकिन जब लोग मौके पर पहुंचे तो हाथियों के झुंड से चित्रकार राधे श्याम को घिरा देखा। ग्रामीणों के मुताबिक हाथी चित्रकार को सूड़ में लपेटकर बार-बार पटक रहे थे। ग्रामीणों ने टार्च जलाते हुए शोर मचाना शुरू किया लेकिन इसका हाथियों पर कोई असर नहीं हुआ। हाथियों ने चित्रकार को पैरों से रौंद कर मार डाला। फिर हाथी शोर मचा रहे ग्रामीणों की ओर बढ़े तो उन सभी ने भागकर जान बचाई। मौके से भागे ग्रामीणों की सूचना पर वन क्षेत्राधिकारी वीके मिश्रा व थाना प्रभारी सुजौली राजेश कुमार दलबल के साथ पहुंचे। पुलिस व वन कर्मियों ने कड़ी मशक्कत करके किसी तरह मृतक चित्रकार राधे श्याम उर्फ मैनेजर के शव को हाथियों के बीच से निकाला। हाथी आधी रात तक चिंघाड़ते हुए गांव के भगवान और यशपाल के गेहूं तथा लाही के खेतों को तहस-नहस करते रहे। ग्रामीणो के मुताबिक हाथी आधी रात के बाद जंगल की ओर गए। तब पुलिस ग्रामीण के शव को लेकर थाने आई। लाश का पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रात की घटना से आसपास गांवो के लोग काफ़ी दहशत में हैं। दस दिनों के अंदर वन क्षेत्र में हाथी के हमले से मौत की यह दूसरी घटना है । हाथियों के हमले में मृत राधेश्याम ने शादी नहीं की थी, वह चित्रकारी कर के अपना गुजारा करता था। परिवार में उसके भतीजे थे लेकिन वह अपने दोस्त कुरकुरी कुआं गांव निवासी रामजीत वर्मा के यहां रुकता था।