जागरूकता कार्यशाला में जाना एनईपी-2020 का सही क्रियान्वयन।

Girish Saini Reports

जागरूकता कार्यशाला में जाना एनईपी-2020 का सही क्रियान्वयन।

रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल के तत्वावधान में संचालित विभिन्न संकायों के लिए एनईपी-2020 के बारे में जागरूकता कार्यशाला में मंगलवार को फैकल्टी ऑफ फिजिकल साइंसेज तथा फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के प्राध्यापकों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति तथा इसके सही क्रियान्वयन के बारे में जाना। इस कार्यशाला में सुबह के सत्र में कुलपति के सलाहकार प्रो. ए.के. राजन ने- मल्टीडिसीप्लिनरी एंड हॉलिस्टिक एजुकेशन, एकेडमिक फ्लेक्सिबिलिटी विषय पर तथा डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. नवरतन शर्मा ने- एजुकेटर्स रोल्स एंड रिस्पांसिबिलिटी विषय पर व्याख्यान दिया। तदुपरांत, सेंटर फॉर डिसेबिलिटी स्टडीज के निदेशक प्रो. राधेश्याम ने- इक्विटी, इन्क्लूशन एंड रिस्पेक्ट फॉर डायवर्सिटी विषय पर, सेंटर फॉर आईपीआर स्टडीज के निदेशक प्रो. हरीश दूरेजा ने- ट्रांसफार्मिंग रेगुलेटरी सिस्टम फॉर हायर एजुकेशन तथा यूआईईटी के प्रो. राहुल ऋषि ने- वोकेशनाइलेशन ऑफ हायर एजुकेशन विषय पर व्याख्यान दिया। दोपहर बाद के सत्रों में शिक्षा विभाग की डॉ. माधुरी हुड्डा ने- प्रमोशन ऑफ इंडियन आर्ट, कल्चर एंड हेरिटेज, आईक्यूएसी निदेशक प्रो. बी. नरसिम्हन ने- मल्टीडिसीप्लिनरी रिसर्च एंड इनोवेशन तथा आईक्यएसी के उप निदेशक डॉ. नर सिंह चौहान ने-रिसर्च फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट विषय पर व्याख्यान दिया। आईक्यूएसी निदेशक प्रो. बी. नरसिम्हन ने बताया कि 11 फरवरी को फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज एंड कॉमर्स व फैकल्टी ऑफ लॉ के लिए तथा 12 फरवरी को फैकल्टी ऑफ सोशल साइंसेज, फैकल्टी ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड आर्ट्स व फैकल्टी ऑफ एजुकेशन के लिए यह कार्यशाला आयोजित की जाएगी।