क्या 2024 में बीजेपी को फिर मिलेगी सपा-बसपा की संयुक्त चुनौती, राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज
palak sharma report
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर समाजवादी पार्टी और बीएसपी मिलकर बीजेपी को चुनौती दे सकती हैं. राजनीतिक गलियारों में दोनों दलों के 2024 लोकसभा चुनाव में फिर एकसाथ आने को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं. सपा-बसपा के साथ आने की अटकलों की शुरुआत उपचुनाव के नतीजों के बाद शुरू हुई थी. उपचुनावों के दौरान दोनों दलों ने बीजेपी को एक जैसे मुद्दों पर बीजेपी को घेरा. सपा बसपा ने विशेष तौर पर मुस्लिम, दलित, पिछड़ा लोगों की सुरक्षा और राज्य में कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया.रामपुर उपचुनाव में जब बीजेपी की जीत हुई थी तो दोनों ही दलों ने मुस्लिम समाज को डराने और सरकार पर पुलिस प्रशासन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. मंगलवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच बिना ओबीसी आरक्षण के यूपी निकाय चुनाव कराने का फैसला सुनाया. इस फैसले के बाद दोनों दलों ने एक सुर में बीजेपी आरक्षण विरोधी बताते हुए निशाना साधा. इससे पहले लोकसभा 2019 में दोनों दलों ने बीजेपी को चुनौती देने के लिए अपने तमाम गिले शिकवे भूलकर साथ आने का फैसला किया था. इसे अन्य दलों का भी सर्मथन मिला. सपा-बसपा महागठबंधन से उम्मीदें तो बहुत थीं लेकिन चुनाव में यह कुछ खास कमाल दिखा नहीं पाया. बीजेपी शानदार जीत हासिल करने में कामयाब रही. यूपी में काफी मशक्क्त के बाद बसपा के खाते में 10 सीटें आईं जबकि सपा सिर्फ 5 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सका. इस नाकामी के बाद सपा-बसपा गठजोड़ के टूटने में देर नहीं लगी.