सार्वजनिक स्थानों पर सावधानी से ब्लूटूथ इस्तेमाल का सुझाव दिया एसपी ने।

Girish Saini Reports

सार्वजनिक स्थानों पर सावधानी से ब्लूटूथ इस्तेमाल का सुझाव दिया एसपी ने।

रोहतक। पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीना ने बताया कि डिजिटल क्रांति के इस युग में हमारा ज्यादातर काम ऑनलाइन हो गया है। हम अपने मनोरंजन व शॉपिंग से लेकर बिल भरने तक बैंक से जुड़े कई काम भी ऑनलाइन मोबाइल, लैपटाप या अन्य डिवाइस से करते है। कई बार जालसाज इन उपकरणों को विभिन्न तरीकों से हैक करके डाटा चुरा कर साइबर क्राइम को अंजाम देते है। साइबर अपराधी लोगों से ठगी के लिए सार्वजनिक स्थानों पर ब्लूटूथ को हथियार बना रहे हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कई बार हम मोबाइल, लैपटॉप व अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ ब्लूटूथ का इस्तेमाल करते है। साइबर ठग अपने मोबाईल फोन को हमारी ब्लूटूथ के साथ कनेक्ट करके अकाउंट में सेंध लगा सकते है। उन्होंने बताया कि साइबर ठग भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अपने मोबाईल फोन से अन्य व्यक्ति के मोबाईल फोन पर ब्लूटूथ कनेक्ट की रिक्वेस्ट सेंड करते है। जैसे ही किसी मोबाइल फोन के ब्लूटूथ के साथ कनेक्ट होते है तो उस व्यक्ति का सारा डाटा हैक कर उसका सारा अकाउंट खाली कर देते है। उन्होंने बताया कि ऐसे अपराधों से बचने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर ब्लूटूथ इस्तेमाल करते समय ध्यान रखें। किसी अनजान डिवाइस से आने वाले ब्लूटूथ कनेक्ट रिक्वेस्ट को स्वीकार न करे। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अगर सावधानी या सतर्कता रखने के बावजूद भी किसी प्रकार का साइबर फ्रॉड हो जाए तो घबराएं नहीं। बल्कि तुरंत अपनी शिकायत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज करवाएं। इसके अतिरिक्त अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में स्थापित साइबर हेल्प डेस्क, या थाना साइबर रोहतक में दें। साथ ही साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत रजिस्टर्ड कराए। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 1930 पर काल करने वाले को अपना नाम, मोबाइल नंबर, निकटतम पुलिस स्टेशन, जिला, बैंक का नाम, डेबिट राशि, खाता संख्या/वॉलेट मर्चेंट, यूपीआई आईडी जिससे राशि डेबिट की गई है, धोखाधड़ी कैसे हुई आदि का संक्षिप्त विवरण देना होता है।