Kshama Bindu: अनोखी शादी से चकराए पंडित जी!, दूल्हा बिन ब्याह
गुजरात में अनोखी शादी करने जा रहीं क्षमा बिंदु इस समय चर्चा का विषय बनी हुई हैं। वह खुद से ही शादी रचाने जा रही हैं। मतलब, इस शादी में न दूल्हा होगा, न बारात आएगी और डोली भी शायद न ही उठे। संभवतः यह भारत में इस तरह की यह पहली शादी है।

यह एकल शादी जितनी अनोखी लग रही है, उतने ही पचड़े इसे करने जा रहीं क्षमा बिंदु के सामने हैं। पहले समाज का विरोध, फिर भाजपा नेता का विरोध और अब तो शादी करवाने वाले पंडित जी ने भी इंकार कर दिया है। पंडित जी का कहना है कि वह इस विवाह को नहीं करा सकते हैं। पहले इन्हीं पंडित जी ने शादी कराने पर सहमति भी दी थी। हालांकि, अब क्षमा बिंदु का कहना है कि जिन पंडित जी ने इस विवाह को संपन्न कराने की बात कही थी, अब वह इससे हट गए हैं। टेप पर चलेंगे मंत्र, क्षमा लेंगी फेरे। इतनी अड़चनों के बाद भी क्षमा बिंदु इस तरह की शादी से पीछे हटने का नाम नहीं ले रही हैं। वह जिद पर अड़ी हैं कि वह खुद से शादी करके ही रहेंगी। अब उन्होंने कहा है, पंडित जी ने भले ही शादी कराने से इंकार कर दिया हो, लेकिन वह टेप पर शादी के मंत्र चलाकर इस विवाह को पूरा करेंगी। यानी टेप पर मंत्र चलेंगे और क्षमा फेरे लेंगी। वह कहती हैं, पहले एक बार मैं पारंपरिक तरीके से इस शादी को पूरा कर लूं फिर इसकी कानूनी मान्यता भी लूंगी। यानी विवाह का पंजीकरण। वह कहती हैं, यह पंजीकरण भी सामान्य पंजीकरण की तरह होगा। हालांकि, भारत में एकल विवाह (Sologamy) को लेकर कोई कानून नहीं है। ऐसे में क्षमा का कहना है कि सच यह भी है कि खुद से शादी करना अवैध भी नहीं है। 11 जून को रचाने जा रहीं ब्याह निजी कंपनी में काम करने वाली 24 वर्षीय क्षमा बिंदु 11 जून को ब्याह रचाने जा रही हैं। वह अपनी शादी की तैयारी में धूमधाम से जुटी है। एक अंग्रेजी अखबार से चर्चा में क्षमा बिंदु ने अपनी एकल शादी के फैसले, उसकी तैयारियों से लेकर हनीमून तक सब बिंदुओं पर खुलासा किया। वह बाकायदा अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेगी और अपनी मांग में खुद सिंदूर भरेगी। देश में एकल शादी का यह संभवत: पहला मामला है। क्षमा बिंदु ने कहा कि वह कभी भी शादी नहीं करना चाहती थी, मगर दुल्हन बनने का सपना था, इसलिए उसने खुद से शादी का फैसला किया। जब निर्णय किया तो सवाल आया कि क्या देश में ऐसी शादी पहले कभी हुई है? इस पर बिंदु ने ऑनलाइन सर्च किया। खूब तलाश करने पर भी बिंदु को ऐसा कोई केस नहीं मिला। क्षमा ने कहा कि वह सोलो या एकल विवाह करने वाली देश की संभवत: पहली लड़की होगी। यह शादी देश में मिसाल बनेगी। क्षमा ने बताया कि शादी के लिए उसने महंगा लहंगा खरीदा है और पार्लर से लेकर ज्वेलरी तक सब का इंतजाम कर लिया है। क्षमा ने इस तरह की शादी के अपने मकसद का भी विस्तार से खुलासा किया। उसने कहा कि खुद से खुद की शादी करना स्वयं से बिना शर्त प्यार होने का संदेश है। यह आत्म-स्वीकृति है। आमतौर पर लोग जिससे प्यार करते हैं, उससे शादी करते हैं, लेकिन वह खुद से प्यार करती है, इसलिए खुद से शादी करने जा रही है। इसे समाज के कुछ लोग अप्रासंगिक मान सकते हैं, लेकिन मैं यह संदेश देना चाहती हूं कि महिला होना मायने रखता है।