महर्षि दयानंद सरस्वती जयंती पर व्याख्यान आयोजित
Girish Saini Reports

हिसार। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के हिंदी विभाग में महर्षि दयानंद सरस्वती की जयंती के उपलक्ष्य में सहायक आचार्या कल्पना द्वारा व्याख्यान का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य वक्ता विभागाध्यक्ष प्रो. किशनाराम बिश्नोई ने दयानंद सरस्वती के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके सिद्धांतों से विद्यार्थियों को अवगत कराया। साथ ही महर्षि दयानंद सरस्वती के विचारों की प्रासंगिकता पर भी चिंतन किया। मंच संचालक अनीता ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती ने भारतीयों से आह्वान किया कि वे वेदों की तरफ लौट आएं। उन्होंने बाल विवाह, सती प्रथा आदि कुरीतियों का विरोध किया और वे नारी की शिक्षा के समर्थक थे। उन्होंने 1875 में आर्य समाज की भी स्थापना की थी। अंत में उन्होंने मुख्य वक्ता का धन्यवाद किया। इस अवसर पर स्नातकोत्तर पूर्वार्द्ध व उत्तरार्द्ध के विद्यार्थियों के साथ कोमल भी कार्यक्रम में मौजूद रही।