देश और समाज के विकास के लिए वैज्ञानिक शोध जरूरी: प्रो. एस.के. तोमर Girish Saini Reports
Girish Saini Reports

रोहतक। देश और समाज के विकास के लिए वैज्ञानिक शोध जरूरी है। आज जरूरत है कि जीवन के हर पहलू में विज्ञान-तकनीक और शोध कार्य अहम भूमिका निभाएं। यह उद्गार डा. जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि, फरीदाबाद के कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने सोमवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के स्वराज सदन में फैकल्टी ऑफ फिजिकल साइंसेज तथा फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलोजी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शोध प्रविधि कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए। चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनोमिक चेंज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस शोध प्रविधि कार्यशाला का बतौर मुख्यातिथि शुभारंभ करते हुए प्रो. एस.के. तोमर ने कहा कि विकास के पथ पर कोई देश तभी आगे बढ़ सकता है, जब उसकी आने वाली पीढ़ी के लिए सूचना और ज्ञान आधारित वातावरण बने और उच्च शिक्षा के स्तर पर शोध तथा अनुसंधान के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हों। उन्होंने शोध में ईमानदारी, मौलिकता और गंभीरता को महत्त्वपूर्ण बताया। प्रो. तोमर ने एमडीयू द्वारा आयोजित की जा रही शोध कार्यशाला की सराहना की और इसे महत्त्वपूर्ण पहल करार दिया। कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के भूतपूर्व प्रो-वाइस चांसलर प्रो. डीएस हुड्डा ने बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर शुभारंभ सत्र में शिरकत की। प्रो. डीएस हुड्डा ने शोधार्थियों को शोध का उपयोग मानव कल्याण के लिए करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शोध का विषय ऐसा हो, जिसका लाभ राष्ट्र एवं समाज को मिले। डीन, एकेडमिक एफेयर्स प्रो. सुरेन्द्र कुमार ने उद्घाटन सत्र में अध्यक्षीय भाषण देते हुए कहा कि शोध एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। उन्होंने शोधार्थियों से उत्कृष्ट शोध कार्य के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने का आह्वान किया। फैकल्टी ऑफ फिजिकल साइंसेज के डीन एवं इस कार्यशाला के कंवीनर प्रो. एस.सी. मलिक ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया और इस शोध कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। शोध निदेशक प्रो. अनिल के छिल्लर ने शोध से जुड़ें महत्त्वपूर्ण पहलुओं को अपने संबोधन में रेखांकित किया। चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनोमिक चेंज के उप निदेशक प्रो. महताब सिंह ने चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित की जाने वाली शैक्षणिक एवं शोध गतिविधियों का ब्यौरा दिया। डीन, फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलोजी प्रो. युद्धवीर सिंह ने आभार प्रदर्शन किया। प्राध्यापिका डा. मोनिका ने उद्घाटन सत्र में मंच संचालन किया। इस मौके पर फैकल्टी ऑफ फिजिकल साइंसेज तथा फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलोजी के विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, शिक्षक एवं शोधार्थी मौजूद रहे।