मडूटा सदस्य 19 को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे, पुरानी पेंशन बहाली के लिए आपातकालीन महासभा आयोजित।
Girish Saini Reports

रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (मडूटा) की आपातकालीन महासभा (जनरल बॉडी मीटिंग) का आयोजन वीरवार को किया गया। इस आपातकालीन महासभा में ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) का लाभ शिक्षकों (जिनकी नियुक्ति 1 जनवरी 2006 उपरांत हुई है) को देने तथा विश्वविद्यालय के शिक्षकों के विभिन्न विचाराधीन मुद्दों पर क्रमश: हरियाणा सरकार तथा एमडीयू प्रशासन के समक्ष प्रभावी ढंग से उठाने का निर्णय लिया गया। मडूटा के मंच से 19 फरवरी को पुरानी पेंशन बहाली के लिए चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास घेराव में बढ़-चढक़र भाग लेने का आह्वान किया गया। मडूटा प्रधान डॉ. विकास सिवाच ने कहा कि हरियाणा पेंशन बहाली संघर्ष समिति के संयुक्त तत्वावधान में 19 फरवरी को चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री हरियाणा के आवास घेराव का कार्यक्रम रखा गया है। उन्होंने विश्वविद्यालय शिक्षकों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया। पेंशन बहाली संघर्ष समिति की ओर से संजय सिंहमार तथा प्रवीण देसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि पुरानी पेंशन स्कीम हमारा जायज अधिकार है। इन वक्ताओं ने कहा कि फाइट फॉर आवर राइट पेंशन के संदर्भ में जरूरी है। इस महासभा में एमडीयू कार्यकारी परिषद सदस्य डॉ. सुरेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षकों की जायज मांगों तथा अधिकारों के लिए जो भी मुद्दा ईसी में विचार के लिए आएगा, वो हमेशा सकारात्मक रवैया रखेंगे। महासभा बैठक में डॉ. अनुराग खटकड़, डॉ. गोपाल सिंह, प्रो. नसीब सिंह गिल, प्रो. रणदीप राणा, सुनित मुखर्जी आदि शिक्षकों ने भी मुद्दों पर अपने विचार रखे। मडूटा उपाध्यक्ष डॉ. आशा शर्मा ने आभार प्रदर्शन किया। बैठक में मडूटा पदाधिकारी एवं कार्यसमिति सदस्य डॉ. हरकेश सहरावत, डॉ. प्रदीप गहलावत, डॉ. पिंकी शर्मा, डॉ. सुमेघ कटारिया समेत अन्य शिक्षक मौजूद रहे।