सफलता के लिए उम्र का कोई बंधन नहीं होताः मनीषा मणी

Girish Saini Reports

सफलता के लिए उम्र का कोई बंधन नहीं होताः  मनीषा मणी
सफलता के लिए उम्र का कोई बंधन नहीं होताः  मनीषा मणी

हिसार। शिक्षा मंत्रालय, रूसा 2.0 के तहत गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के पंडित दीनदयाल उपाध्याय इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर (पीडीयूआईआईसी) एवं ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सैल के एंटरप्रेन्योरशिप क्लब के सौजन्य से विद्यार्थियों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। कैरियर के अवसर के रूप में उद्यमिता एवं नवाचार विषय पर आयोजित इस कार्यशाला में लगभग 70 विद्यार्थियों ने भाग लिया। उद्यमिता में 13 से अधिक वर्षों का अनुभव रखने वाली सीसीएस हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के एबीआईसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनीषा मणी ने कार्यशाला में बतौर मुख्य वक्ता शिरकत की। मनीषा मणी 60 से अधिक कृषि एवं संबंधित स्टार्टअप ब्रांड, विश्व बैंक, नाबार्ड आदि के साथ कार्य कर चुकी हैं। पीडीयूआईआईसी के उपनिदेशक प्रो. मुनीष गुप्ता कार्यशाला के मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। प्लेसमेंट निदेशक प्रताप सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कुलपति प्रो. बलदेव राज काम्बोज ने विद्यार्थियों को उद्यमिता के बारे में जागरूक करने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम के लिए पीडीयूआईआईसी व ई-क्लब के सदस्यों को बधाई दी। मुख्य वक्ता मनीषा मणि ने विभिन्न कृषि-व्यवसाय अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने प्रसिद्ध उद्यमियों जैसे महिलाओं के बीच सबसे बड़ी प्रेरणास्रोत मृदुला भारद्वाज, शाकाहारी प्रोटीन की अवधारणा प्रस्तुत करने वाले अंकित अहलावत, 63 वर्ष की उम्र में एक उद्यमी के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले ओमपाल सिंह जैसे उद्यमियों की सफल कहानियों के उदाहरण देकर कहा कि सफलता के लिए उम्र का कोई बंधन नहीं होता। उन्होंने प्रतिभागियों के समक्ष बिजनेस इन्क्यूबेटर्स की अवधारणा को रेखांकित किया। उन्होंने उद्यमियों से जुड़ी पांच सामान्य विशेषताओं यानी प्रतिबद्धता, दृढ़ संकल्प, दृढ़ता, प्राप्त करने की जीजिविषा व अवसर उन्मुखीकरण पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि उद्यमिता में नवाचार और जोखिम साथ-साथ चलते हैं। उन्होंने फर्म के उत्पादन के लिए जोखिम लेने, नवाचार व सक्रियता की तीन अलग-अलग अवधारणाओं पर प्रकाश डाला। मनीषा मणि ने कहा कि हमें नौकरी प्राप्त करने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनना चाहिए। मुख्य वक्ता के संबोधन के बाद प्रश्नोत्तरी सत्र का आयोजन भी किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. मनीष गुप्ता ने कहा कि सरकार नवोदित उद्यमियों को पर्याप्त सुविधाएं व समर्थन प्रदान कर रही है। युवाओं को इसका लाभ उठाते हुए नौकरी प्रदाता बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीडीयूआईआईसी ऐसी उद्यमशीलता पहलों के लिए पूर्ण समर्थन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस मौके पर सहायक निदेशक डॉ. आदित्य वीर सिंह, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. संदीप जिंदल, ईसीई के डॉ. कुलदीप व सन्नी झाम्ब मौजूद रहे। कार्यक्रम संचालन भारत ने किया।