कनाडा से पुराना दोस्त बनकर वित्तीय संकट का झांसा देकर बुजुर्ग व्यक्ति से ठगे 38 लाख से ज्यादा रुपये, दो साइबर ठग गिरफ्तार।

Girish Saini Reports

कनाडा से पुराना दोस्त बनकर वित्तीय संकट का झांसा देकर बुजुर्ग व्यक्ति से ठगे 38 लाख से ज्यादा रुपये, दो साइबर ठग गिरफ्तार।
कनाडा से पुराना दोस्त बनकर वित्तीय संकट का झांसा देकर बुजुर्ग व्यक्ति से ठगे 38 लाख से ज्यादा रुपये, दो साइबर ठग गिरफ्तार।

रोहतक। रोहतक पुलिस की साइबर थाना टीम ने कनाडा से पुराना दोस्त बनकर वित्तीय संकट का झांसा देकर बुजुर्ग व्यक्ति से 38 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी की वारदात को हल करते हुए गिरोह में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को अदालत में पेश कर छह दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया है। प्रभारी साईबर थाना निरीक्षक कुलदीप सिंह ने बताया कि 15.12.2022 को शक्ति नगर रोहतक निवासी दर्शन लाल की शिकायत के आधार पर जांच में सामने आया कि दर्शन लाल का पुराना व घनिष्ठ मित्र राजेन्द्र बत्रा कनाडा में रहता है। 13.12. 2022 को एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से दर्शन लाल को व्हाटस-अप कॉल आया व युवक ने अपने आप को राजेन्द्र बत्रा बताया। कम सुनाई देने के कारण दर्शन लाल आवाज को पहचान नहीं पाये। युवक ने दर्शन लाल को बताया कि उसने किसी कारण से टैक्स नहीं दिया। जिसका नोटिस आया हुआ है। दर्शन लाल ने अपने मित्र के पास कॉल कर पूछना चाहा लेकिन अपने दोस्त राजेन्द्र से बात नहीं हो पाई। युवक ने फिर दर्शन लाल को फोन कर बताया कि कनाडा सरकार ने उसके सभी खातों को बंद कर दिया है। उसे इंडिया से मदद लेनी होगी। जिसके लिए उसने एक राहुल के नाम के एजेंट से बात की हुई है। जो भारत के खाते में पैसे जमा कर उसके पास स्थानांतरण कर देगा। दर्शन लाल ने कॉल करने वाले को अपना मित्र राजेन्द्र बत्रा समझकर उसके द्वारा दिए गए खातों में अलग-अलग करके कुल 38 लाख 35 हजार रुपये अपने खाते से ट्रांसफर कर दिए। साइबर थाना की टीम ने जांच के दौरान 24.12.2022 को छापेमारी करते हुए आरोपी दीपक व नितेश निवासीगण सुगांव मोतिहारी, चम्पारण, बिहार को गिरफ्तार किया। आरोपी को 24.12.2022 को स्थानीय अदालत में पेश करके 72 घंटे राहदारी रिमांड पर हासिल किया गया। आरोपियों को 27.12.2022 को रोहतक अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया है। आरोपियों से रिमांड के दौरान गहनता से पूछताछ कर गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। आरोपी गिरोह में शामिल अन्य ठगों को बैंक खाता नंबर, एटीएम नंबर, बैंक अकाउंट, आधार कार्ड आदि जानकारी प्रदान करते थे।