स्व-नियंत्रण विभिन्न स्थितियों में प्रभावी तरीके से भावनाओं, विचारों और व्यवहार को नियंत्रित करने की क्षमता: गीतिका सोढ़ी

Girish Saini Reports

स्व-नियंत्रण विभिन्न स्थितियों में प्रभावी तरीके से भावनाओं, विचारों और व्यवहार को नियंत्रित करने की क्षमता: गीतिका सोढ़ी

रोहतक। इंस्टीट्यूट ऑफ मैनजमेंट स्टडीज एंड रिसर्च (इमसॉर) की कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी के तहत- स्व-प्रबंधन विषय पर विशेष व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सभ्यता फाउंडेशन की चेयरपर्सन गीतिका सोढ़ी ने बतौर मुख्य वक्ता यह व्याख्यान दिया। अपने प्रभावी संबोधन में गीतिका सोढ़ी ने कहा कि स्व-प्रबंधन, जिसे स्व-नियंत्रण के रूप में भी जाना जाता है, विभिन्न स्थितियों में प्रभावी तरीके से भावनाओं, विचारों और व्यवहार को नियंत्रित करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि मजबूत स्व-प्रबंधन कौशल वाले विद्यार्थी चीजों को अच्छी तरह से करने में बेहतर तरीके से काम करते हैं। गीतिका सोढ़ी ने प्रभावी स्व-प्रबंधन के लिए स्वयं में महत्त्वपूर्ण कौशल एवं गुण विकसित करने की बात कही। उन्होंने आने वाले समय की चुनौतियों से निपटने के लिए विद्यार्थियों को स्वयं को तैयार करने के महत्त्वपूर्ण टिप्स दिए। सभ्यता फाउंडेशन की वाइस चेयरपर्सन नेहा तथा एन्त्रोप्रोनियर शारदा सोढ़ी ने भी इस अवसर पर विद्यार्थियों को जीवन में सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इमसॉर निदेशक प्रो. सत्यवान बरोदा ने व्याख्यान कार्यक्रम के प्रारंभ में जीवन में स्व-प्रबंधन की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए स्व-प्रबंधन कौशल अहम है। इमसॉर की एसोसिएट प्रोफेसर डा. सीमा इस कार्यक्रम की संयोजिका, प्राध्यापक डा. जगदीप सिंगला समन्वयक तथा डा. पूजा व्यास सह आयोजक रही। इस दौरान इमसॉर के शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।