एनएसएस वालंटियर्स अपने अनुभवों को समाज एवं राष्ट्र निर्माण में प्रयोग करेंः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

रोहतक। राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर सेवा की प्रेरणा देता है। सेवा राष्ट्र निर्माण में सहयोगी होती है। एनएसएस वालंटियर्स इस शिविर में प्राप्त अनुभवों तथा एनएसएस योजना के उद्देश्यों को समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में प्रयोग में लाएं। तभी राष्ट्रीय सेवा योजना की सार्थकता सिद्ध होगी। यह बात एमडीयू के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने बुधवार को राधाकृष्णन सभागार में एनएसएस कार्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय एकता शिविर का शुभारंभ करते हुए कही। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि एनएसएस वालंटियर्स समाज के सजग प्रहरी हैं। उन्होंने एनएसएस स्वयंसेवकों से स्वयं में सेवा भाव पैदा करने तथा सामाजिक कार्यों से जुड़कर अपने सामाजिक सरोकार पूरा करने के लिए प्रेरित किया। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि एनएसएस वालंटियर्स इस शिविर में अच्छी बातें सीखें और देश का बेहतर नागरिक बनते हुए राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक एवं अधिष्ठाता, छात्र कल्याण प्रो. राजकुमार ने प्रारंभ में स्वागत भाषण देते हुए राष्ट्रीय एकता शिविर की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। दिल्ली विश्वविद्यालय के मैनेजमेंट के प्रोफेसर डॉ. एच के डांगी ने भी इस मौके पर अपने विचार रखे। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सोनू देहमीवाल ने मंच संचालन किया। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. श्रीभगवान ने आभार प्रदर्शन किया। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. जितेंद्र राठी व डॉ. अंजू पंवार ने समन्वयन सहयोग दिया। इस सात दिवसीय शिविर में लगभग 250 एनएसएस वालंटियर्स एवं एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी भाग ले रहे हैं।